पटना: बिहार सरकार ने आखिरकार संविदा पर काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों का वेतन बढ़ा दिया है. कुछ दिनों पहले अपनी मांगों को लेकर संविदा पर नियुक्त स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर चले गये थे. हाईकोर्ट के आदेश पर हडताल टूटी थी, बदले में उन्हें ये आश्वासन दिया गया था कि उनकी मांगों पर विचार कर फैसला लिया जायेगा. सरकार ने आज उनके मानदेय में वृद्धि का आदेश जारी कर दिया. संविदा पर काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों के मासिक वेतन में कम से कम 4 हजार रूपये का इजाफा किया गया है.
स्वास्थ्य विभाग के संयुक्ति सचिव राम ईश्वर ने मंगलवार को पत्र निकाला है. इसमें कहा गया है कि 25 फरवरी 2021 के प्रभाव से संविदाकर्मियों के वेतन में वृद्धि की जायेगी.जागते रहो स्वास्थ्य विभाग ने अपने पत्र में कहा है कि संविदा पर नियुक्त कर्मचारियों का वेतन निर्धारण मूल वेतन में मंहगाई भत्ता औऱ दूसरे भत्तों को जोड़ कर किया जाता है. बिहार में संविदा पर नियुक्त स्वास्थ्यकर्मियों के 30 पद हैं. उन सभी पदों के लिए मासिक वेतन का निर्धारण पहले 7 अगस्त 2019 के तत्कालीन बाजार दर किया गया था. सरकार ने अब 22 जनवरी 2021 के बाजार दर पर उनके वेतन का फिर निर्धारण किया है.
सरकार की ओऱ से वेतन का फिर से निर्धारण करने के बाद
- संविदा पर काम करने वाले लैब टेक्नीशियन, एक्सरे टेक्नीशियन का मासिक वेतन 32 हजार से बढा कर 37 हजार रूपये कर दिया गया है.
- सहायक लाइब्रेरियन का वेतन 22 हजार से बढाकर 32 हजार रूपये किया गया है.
- जनसंपर्क पदाधिकारी के वेतन को 39 हजार से बढाकर 43 हजार कर दिया गया है.
- प्रथम वर्ष सीनियर रेजिडेंट ट्यूटर के वेतन में 25 हजार का इजाफा हुआ है. उन्हें पहले 60 हजार मासिक वेतन मिलता था, अब 85 हजार रुपए मिलेगा.
- सेकेंड इयर सीनियर रेजिडेंट ट्यूटर के वेतन को भी 25 हजार बढ़ाकर 65 हजार से 90 हजार रुपये कर दिया गया है.
- थर्ड इयर सीनियर रेजिडेंट ट्यूटर के वेतन में भी 25 हजार की वृद्धि हुई है. उन्हें 70 हजार के बदले 95 हजार रुपये मिलेंगे.