- गांवों कोरोना के लक्षण वाले मरीजों की सूचना विभाग को देंगे
- जिला व प्रखंड स्तर पर किया जा रहा है प्रशिक्षित
- प्रति मरीज 200 रूपये का दिया जायेगा प्रोत्साहन राशि
छपरा: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है। हर रोज अहम निर्णय लिये जा रहे है। अब कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में ग्रामीण चिकित्सकों का सहयोग लिया जायेगा। कोरोना मरीजों के इलाज में अब प्रशिक्षित ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपनी सेवा देंगे। ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सेवा ग्रामीण क्षेत्र अंतर्गत प्रथम सूचक एवं ट्रीटमेंट सपोर्टर के रूप में काम करेंगे। वह मरीजों की पहचान करेंगे। साथ ही जांच के लिए नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक भेजेंगे। जांच में पॉजिटिव पाए गए मरीज को होम आइसोलेशन के दौरान ट्रैकिंग एवं उनका जिला नियंत्रण कक्ष के साथ समन्वय स्थापित करेंगे। गंभीर मरीजों के संबंध में यथाशीघ्र डीसीएचसी में भर्ती कराने के लिए सूचना देंगे। साथ ही उनके द्वारा आउटकम रिपोर्टिंग भी की जाएगी। बदले में प्रति मरीज 200 रुपये की दर से बैंक खाता के माध्यम से ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ता को भुगतान किया जाएगा।
संभावित मरीजों की पहचान व होम आइसोलेशन में इलाज में करेंगे सहयोग
निदेशक प्रमुख ( रोग नियंत्रण) स्वास्थ्य सेवाएं बिहार डॉ नवीन चंद्र प्रसाद ने आदेश दिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में संभावित कोरोना मरीजों की पहचान व होम आइसोलेशन में इलाज में सहयोग के लिए प्रशिक्षित ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सेवा ली जा सकती है। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान के द्वारा जिले के अप्रशिक्षित ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को जन स्वास्थ्य पाठ्यक्रम के तहत प्रशिक्षण प्रदान करने का कार्यक्रम संचालित हो रहा है। प्रशिक्षित ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सेवा ग्रामीण क्षेत्र अंतर्गत प्रथम सूचक एवं ट्रीटमेंट सपोर्टर के रूप में प्राप्त करने का आदेश दिया गया है।
प्रति मरीज 200 रूपये का भुगतान किया जाएगा
संपूर्ण कार्य को संपन्न किए जाने के उपरांत प्रति मरीज 200 रुपये का समेकित भुगतान भी किया जाना सुनिश्चित किया गया है। उपरोक्त लाभ सूचक सह ट्रीटमेंट सपोर्टर को राशि का भुगतान डीबीटी के माध्यम से आधार से लिंक बैंक खाते में की जाएगी। इसके लिए जिले के ग्रामीण चिकित्सकों को प्रखंड व जिला स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
ऐसे रोकें संक्रमण का प्रसार
- एक साथ 2 मास्क का प्रयोग करें
- आंतरिक स्थानों पर वायु संचार सुनिश्चित करें
- दूरी बनायें रखने की संभव प्रयास करें
- साबुन से नियमित हाथ साफ़ करते रहें
- कोविड मरीजों को अलग कमरे में रखें
- सतहों को नियमित रूप से कीटाणुनाशकों से नियमित रूप से साफ़ करें