परवेज अख्तर/सिवान: जिले के सिसवन थाना अंतर्गत सिसवन-सीवान स्टेट हाईवे स्थित घुरघाट चट्टी पर शुक्रवार की सुबह सिसवन से चैनपुर की तरफ तेज गति में जा रहे अनियंत्रित पिकअप ने एक मासूम बच्ची को रौंदते हुए निकल गया. यह घटना सुबह आठ बजे की है. दुर्घटना में घायल बच्ची को परिजनों ने आनन-फानन में रेफरल अस्पताल ले गए. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद सीवान सदर अस्पताल रेफर कर दिया. जहां इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई. इधर पीडितों ने सीवान अस्पताल से शव को लेकर जैसे ही घुरघाट गांव पहुंचे कि परिजनों में चीख-पुकार मच गई. यह देख ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा व सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग पर बच्ची के शव को रखकर आगजनी शुरू कर दिया. यहां तक कि सड़क पर पोल, लकड़ी, वाहन आदि रखकर आवागमन को पूरी तरह बाधित कर दिया. उसके बाद अनियंत्रित पिकअप पर कार्रवाई करने तथा पीड़ितों को पांच लाख मुआवजा वह वरीय अधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़ गए व प्रदर्शन करने लगे.
मिली जानकारी के मुताबिक घुरघाट गांव निवासी सुजीत कुमार महतो के चार वर्षीय पुत्री मुस्कान उर्फ रोशनी कुमारी खेलने के क्रम में अचानक मुख्य सड़क पर चली गई. इतने में अनियंत्रित पिकअप ने बच्ची को रौंद डाला. जिससे उसकी दया पैर बुरी तरह पिस गया. वह खून से लथपथ सड़क पर तड़पने लगी. तब परिजनों ने आनन-फानन में अस्पताल ले गए. जहां उसकी मौत हो गई. इधर मौत के बाद उसकी मां ममता का रो-रोकर बुरा हाल था. मृत बच्ची चार भाई बहन में तीसरे नंबर की थी. बड़ा लड़का वासु कुमार सात वर्ष व दूसरा रंजीत कुमार पांच वर्ष एवं चौथे अभी दो माह का बच्चा गोद में है. वही पिता सुजीत गांव में ही मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता है.
इधर घटनास्थल पर पहुंचे सिसवन थानाध्यक्ष कमार वैभव, सीओ इंद्रवंश राय, चैनपुर ओपी थानाध्यक्ष राकेश कुमार पासवान, एसआई अरविंद कुमार ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराने में लगे हुए थे. इसके बाद भी आक्रोशित ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे. तब कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने घटनास्थल पर पहुंच आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया. सीओ ने पीड़ित परिजनों को आपदा राहत से मिलने वाले आर्थिक सहायता दिलवाने की आश्वासन दी. वह पिकअप के विरुद्ध कार्रवाई करने को कहा. तब आक्रोशित ग्रामीणों ने जाम को हटाया.