मामला दरौली जीविका से जुड़े हुए
परवेज अख्तर/सिवान: पिछले दिनों जीविका मित्र और बीपीएम पर लगे गबन के आरोप को जिला परियोजना प्रंवध द्वारा जांच कराई गई. जो निराधार निक है. 30 जून को गबन संबंधी आरोप जीविका मित्र प्रियंका चौहान एवं सामुदायिक समन्वयक राजीव रंजन कुमार द्वारा दरौली जीविका बीपीएम एवं जीविका मित्र आरती कुशवाह के विरूद्ध दिया गया था.
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आरोप था कि इन लोगों द्वारा नेटवर्किंग कंपनी में समुदाय के पैसे को निवेश करवा कर लाखों रुपयों का गबन किये हैं. इस संबंध में एक जुलाई जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक ने तीन दस्यीय टीम द्वारा जांच करायी गयी थी. जांच में पता चला कि समुदाय के सदस्य अपनी स्वेच्छा से नेटवर्किंग कंपनी से जुड़े हैं. एवं इसका जीविका संस्था एवं जीविका बीपीएम से कोई वास्ता नहीं है.