परवेज अख्तर/सिवान: गुठनी के मैरिटार गांव निवासी भगरासन साहनी के पुत्र रामायण साहनी (45) की हरियाणा के सोनीपत में मौत के बाद शुक्रवार को उनका शव पैतृक गांव मैटिरार पहुचा. शव पहुंचते ही परिजनों के विलाप से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया. काफी संख्या में पहुचे ग्रामीणों ने परिजनों को ढांढस दिलाया. रामायण साहनी पिछले 18 वर्षों से हरियाणा के सोनीपत में माइको कंपनी में काम करते थे. गत 26 जून को ही घर से सोनीपत गये थे और ड्यूटी जॉइन किया था.
पहली जुलाई को कंपनी में काम करने के दौरान सेफ्टी सिलेंडर फट जाने से लगी आग में रामायण झुलस कर काफी गंभीर से घायल हो गये थे. घायलावस्था में उन्हें अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज शुरू हुआ परंतु उन्हें बचाया नहीं जा सका. घटना की जानकारी होते ही उनके पैतृक गांव मैरिटार में कोहराम मच गया. पत्नी किसमती देवी व बच्चों के विलाप से गांव का माहौल गमगीन हो गया. रामायण साहनी के तीन बेटे है और गरीब परिवार है. दो साल बाद ही सेवानिवृत्त होने वाले थे इसलिये उन्होंने गांव में घर बनवाना शुरू किया था.