परवेज अख्तर/सिवान: जिले के हसनपुरा प्रखंड क्षेत्र में आज बुधवार को मुस्लिमों का पर्व बकरीद मनाई जाएगी. हालांकि इस बार भी कोरोना को ध्यान में रखते हुए गाइडलाइन का पालन कर मनाने का प्रावधान है. वहीं प्रशासन ने सौहार्दपूर्ण घरों में रहकर कुर्बानी का त्यौहार मनाने का अपिल किया है. ईद-उल-अजहा की विशेष नमाज घर पर ही सुबह छह बजे से लेकर 10.30 बजे तक अदा करने की तैयारी है. कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले साल लोगों को घर ही नमाज अदा करनी पड़ी थी. इस बार भी घरों में रहकर नमाज अदा की जाएगी. मुसलमान ईद की तरह कुर्बानी पर भी गरीबों का खास ख्याल रखते हैं.
कुर्बानी के सामान का तीन हिस्सा बांटकर एक हिस्सा गरीबों को दिया जाता है. दो हिस्सों में एक खुद के लिए और दूसरा हिस्सा दोस्तों और रिश्तेदारों के लिए रखा जाता है. मुसलमानों का विश्वास है कि पैगंबर इब्राहिम की कठिन परीक्षा ली गई थी. अल्लाह ने उनको अपने बेटे पैगम्बर इस्माइल की कुर्बानी देने को कहा. इब्राहिम अ.स. के आदेश का पालन करने को तैयार हो गए थे. लेकिन अल्लाह ने उनके हाथ को रोक दिया. उसके बजाए, उन्हें एक जानवर जैसे भेड़ या मेमना की कुर्बानी करने को कहा. इस तरह पैगंबर इब्राहिम अल्लाह की तरफ से ली गई. परीक्षा में सच्चे साबित हुए. तभी से यह त्यौहार मनाई जाती रही है.