गोपालगंज: जिले के कटेया थाना क्षेत्र के पानन महुअवा गांव के रहने वाले कुख्यात मुन्ना मिश्रा उर्फ दिलीप मिश्रा को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उसे लेकर गोपालगंज के लिए लेकर रवाना हो गई है। मुन्ना मिश्रा करीब आठ सालों से फरार चल रहा था। बिहार पुसिल ने उस पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। करीब दो महीने पहले कटेया थाना के जमुनहा में एक शिक्षक की गोली मार कर हत्या के मामले में उसका नाम आया था। उस वारदात के बाद से पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में लगातार दबिश दे रही थी। इसी बीच एसपी आनंद कुमार को जानकारी मिली कि कुख्यात अपराधी मुन्ना मिश्रा उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, देवरिया और बलिया में रह रहा है। वह लगातार ठिकाने बदल रहा है। इसके बाद गोपालगंज के एसपी ने एक टीम का गठन किया। गोपालगंज पुलिस के सहयोग से एसटीएफ की टीम उत्तर प्रदेश पहुंची। एसटीएफ यूपी में लगातार छापेमारी कर रही थी। घेराबंदी करके एसटीएफ ने मुन्ना मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को उसके पास से एके 47 और बड़ी संख्या में कारतूस मिले हैं।
यूपी में नाम और हुलिया बदलकर रहता था मुन्ना
मुन्ना मिश्रा यूपी में नाम और हुलिया बदलकर रहता था। बिहार में हर अपराध के बाद वह उत्तर प्रदेश फरार हो जाता था। मुन्ना गोरखपुर, लखनउ, और देवरिया में नाम और हुलिया बदल कर रहता था। वर्ष 2012 में उसे गिरफ्तार किया गया था। तबसे वह फरार चल रहा था। मुन्ना व्यवसायियों और ठेकेदारों से रंगदारी वसूलता था। वह जबरन जमीनों पर कब्जा करता था। मुन्ना इतना खतरनाक था कि उसे जिस पर शक हो जाता कि उसने पुलिस को कुछ बताया है, वह उसकी हत्या कर देता था।