परवेज़ अख्तर/सिवान:- जिले के बड़हरिया प्रखंड और जामो थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव में शनिवार की सुबह एक महादलित के शव का अंतिम संस्कार करने को लेकर कुछ देर के लिए दो पक्षों में तनाव हो गया। तनाव के बाद अंतिम संस्कार से रोके जाने की सूचना जैसे ही पुलिस को मौके पर पहुंच कर पुलिस ने अपने स्तर से निपटाने का प्रयास किया। इस बीच कुछ देर के लिए मौके पर पहुंचे पुलिस पदाधिकारी संग शरारती तत्वों ने नोकझोंक भी की, लेकिन गांव के बुद्धिजीवियों के हस्तक्षेप के बाद मामले को शांत करा दिया गया। इसी बीच बड़हरिया बीडीओ और महाराजगंज थाना के इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे और हस्तक्षेप कर शाम में शव का दाह संस्कार करवा दिया। विदित हो कि जामो थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव के बहादुर राम के पुत्र चंद्रिका राम (80) की मृत्यु शुक्रवार को करीब 10 बजे हो गई थी। मृतक के परिजन चंद्रिका राम के शव का अंतिम संस्कार करने को लेकर रामायण मोड़ के बगल में नेटुआ पीर बाबा के स्थान समीप बहादुरपुर और ब्रह्मपुर की सीमा पर स्थित श्मशान घाट पर पहुंचे। लोगों का कहना था कि उस श्मशान घाट कई पुश्तों से महादलितों के शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है, लेकिन रघुनाथपुर के विक्रमा चौधरी ने यह कहते हुए दाह संस्कार करने से मना कर दिया कि जहां शव का अंतिम संस्कार कराना है वह उनकी निजी भूमि है। उसके बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और विवाद बढ़ता चला गया। यह देख कुछ लोगों ने शव को रखकर प्रशासन को बुलाने की मांग शुरू कर दी। इसी बीच सूचना पाकर जामो थाना के एएसआई एस के पंजियार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। बता दें कि अंतिम संस्कार करने को लेकर दोनों पक्षों में हल्की मारपीट भी होने की सूचना रही। इसमें संजय राम, हरेंद्र राम, विक्रमा चौधरी, चंद्रिका यादव, विनोद कुमार आदि के आंशिक रूप से घायल होने की बात लोगों ने कही। बाद में पूर्व उपप्रमुख जीवनारायण यादव, पूर्व मुखिया वकील अंसारी, बहुआरा निवासी भुटेली, पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि बुटन साह, एवं गांव के अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दोनों पक्षों को समझा कर विवादित भूमि के बगल में महादलित चंद्रिका राम के शव का अंतिम संस्कार करवा दिया।
बड़हरिया के रघुनाथपुर गाँव में शव के दाह संस्कार को ले दो पक्षों में तनाव, पुलिस से नोंक झोक
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