परवेज अख्तर/सिवान: नाग पंचमी का पर्व जिले में श्रद्धापूर्वक मनाया गया.इस दौरान मंदिरों में लोगों ने पूजा-पाठ व जलाभिषेक किया. नाग देवता को लोगों ने दूध व सिवई का प्रसाद चढ़ाया. वहीं कुछ लोगों ने इस पावन पर्व पर रुद्राभिषेक का भी आयोजन किया.भगवान शिव के गले में वास करने वाले नाग देवता का पर्व नाग पंचमी पर लोग स्नान के बाद मंदिरों में पहुंचे.भगवान शिव के साथ ही नाग देवता की पूजा की गई. इस पर्व पर नाग को दूध पिलाने की भी परंपरा है.ऐसे में लोगों ने दूध से बनी सिवई नाग देवता को अर्पित किया और प्रसाद वितरण किया. इस पर्व में लोग अपने घर की दीवारों पर गे की गोबर व सिंदूर से नाग देवता का चित्र बनाते हैं. महिलाएं घर में तो पुरुष मंदिरों में जाकर नाग देवता की पूजा करते हैं. मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंदिर में दर्शन व पूजन के लिए लोग तड़के पांच बजे से ही पहुंच रहे हैं.
भगवान शिव के साथ नाग देवता की पूजा की जा रही है. उन्होंने बताया कि यह पर्व इस बात का द्योतक है कि प्रकृति में नाग व मनुष्य के बीच एक बेहतर समन्वय की भावना आदिकाल से रही है.ग्रामीण क्षेत्रो में लोग सुबह से ही नाग देवता की पूजा के लिए घर की साफ सफाई करने लगे वही कच्चे मकान के घरों के लोग अपने घरों को गोबर व पीली मिट्टी से लीपापोती कर नाग देवता की विधिवत पूजा किया और घर के सभी जगहों पर दूध और धान का लावा चढ़ा घरो में छिड़काव किये और अपने-अपने खेतो में मिट्टी के कच्चे दिये में लावा और दूध चढ़ा कर नाव देवता से अशीर्वाद मांगा।