परवेज अख्तर/सिवान: 134 दिन बाद यानी 16 अगस्त से सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में चहल पहल बढ़ जाएगी। पिछले चार महीने से स्कूलों के खुलने की आस में टकटकी लगाए बच्चों और उनके अभिभावक के साथ शिक्षकों के लिए यह पल किसी खुशी से कम नहीं है, लेकिन सभी को कोविड गाइडलाइन का पालन करना होगा। शिक्षा विभाग ने सभी बीईओ को स्कूल खोलने की तैयारी करने का निर्देश दिया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार ने बताया कि नौवीं से 12वीं तक स्कूल खोलने का आदेश दिया गया है, लेकिन स्कूलों में कोरोना प्रोटोकाल को अनिवार्य किया गया है। इसका पालन करना होगा। उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी बता दें कि वैश्विक संक्रमण की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप के बाद 5 अप्रैल को स्कूल बंद कर दिया गया था। बच्चों को मास्क पहनकर स्कूल व कोचिग जाना होगा।
गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर स्कूल संचालकों पर होगी कार्रवाई
शिक्षा विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिग मशीन रखनी होगा। इससे बच्चों को दूर से तापमान मापा जाएगा। इसके साथ ही बच्चों को छह फीट के शारीरिक दूरी पर बैठाना होगा। कक्षा में नामांकन के 50 प्रतिशत ही बच्चा एक दिन उपस्थित होंगे। दूसरे बच्चों को दूसरे दिन बुलाना होगा। इसके साथ-साथ स्कूल प्रशासन को किसी भी कार्यक्रम आयोजित करने से बचना होगा। इसे जरूरी बताया गया है। इसका उल्लंघन करने पर कोविड एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। कोचिग संस्थानों में भी यह नियम लागू रहेगा।
छात्रों की तबीयत बिगड़ने पर तुरंत देनी होगी छुट्टी
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए स्कूलों के लिए कोरोना प्रोटोकाल जारी किया गया है। स्कूल वाहन को बच्चों को लाने से पहले और बच्चों को छोड़ने के बाद सैनिटाइज्ड करना होगा। इसके साथ-साथ स्कूल के कक्षा, शौचालय, कीचेन, लाइब्रेरी सभी की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना होगा। वहीं स्कूल संचालकों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। कोविड की रोकथाम के लिए कैसे और क्या करें बकायदा उन्हें लक्षण पहचानने से लेकर बचाव के हर तरीकों से वाकिफ कराया जाएगा। शिक्षक या बच्चों को बीमार पड़ने की स्थिति में तत्काल छुट्टी देनी होगी। इसके साथ-साथ स्कूल में किसी भी मीटिग को करने की अनुमति नहीं होगी। अभिभावक व शिक्षकों की बैठक वर्चुअल तरीके से करना होगा। भीड़ किसी भी सूरत में ना लगे इसका ख्याल स्कूल संचालक को रखना होगा।