- जल्द ही ओपीडी व इमरजेंसी का मौजूदा स्थान आईसीयू भवन में होगा
- बच्चों को अन्य बीमारियों के ग्रसितों से दूर करने को लेकर लिया निर्णय
परवेज अख्तर/सिवान: कोरोना की तीसरी लहर को लेकर इनदिनों स्वास्थ्य विभाग काफी सचेत है और उससे जुड़ी आवश्यक तैयारियों में जुटा हुआ है। इतना ही नहीं ऐहतियात के तौर पर शून्य से लेकर 28 दिन के बाद वाले बच्चों का आउट पेशेंट डिपार्टमेंट यानी ओपीडी और इमरजेंसी के जगह में भी परिवर्तन करने की बात कही जा रही है। मौजूदा जगह से हटाकर इसे आईसीयू के बरामदे में शिफ्ट करने की बात बतायी जा रही है। बताया जा रहा है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि बच्चों को संक्रमित होने से बचाया जा सके। मौजूदा ओपीडी और इमरजेंसी वाले कक्ष के अगल-बगल कई बीमारियों से संबंधित मरीजों का आना-जाना होता है। ऐसे में बच्चों के संक्रमित होने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। इधर आईसीयू वार्ड में ही तीसरे वेव के दौरान संक्रमित बच्चों को इलाज के लिए भी व्यवस्था की जा रही है।
तीसरे वेव में बच्चे होंगे ज्यादा प्रभावित
कोरोना का तीसरा वेव कब आएगा इसको लेकर कोई निश्चित तिथि निर्धारित नहीं किया गया है। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग से जुड़े जानकारों का मानना है कि तीसरा वेव का असर बच्चों पर ज्यादा होगा। लिहाजा वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण के थंमने के बाद इन दिनों जिले के लोग राहत की सांसे ले रहे थे। लेकिन इस बीच तीसरी लहर आने की चेतावनी ने सभी के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है।
शून्य से 28 दिनों के बच्चों का एसएनसीयू में इलाज
सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक एसरारूल हक ने बताया कि बच्चों के इलाज के स्थान में जल्द ही बदलाव देखने को मिलेगा। हालांकि शून्य से लेकर 28 दिन तक के उम्र के बच्चों का इलाज में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा। इस उम्र के बच्चों का इलाज सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू में ही किया जाएगा।