परवेज अख्तर/सिवान: मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना नल जल योजना में हुई लूटखसोट की पोल खुलने लगी है। इसका जीता जगता उदाहरण प्रखंड के कौड़िया पंचायत के वार्ड संख्या पांच की जलमीनार का धराशायी होना है। इस कारण वार्ड क्षेत्र के 154 घरों में लोगों को जलापूर्ति ठप हो गई है। बताया जाता है कि यह जलमीनार शनिवार की सुबह अचानक धराशायी हो गयी। इस कारण क्षेत्र के करीब 154 घरों में जलापूर्ति बाधित हो गई। जलमीनार के अचानक गिर जाने पर वार्ड सदस्य मंजू देवी ने बीडीओ को आवेदन देकर इसकी सूचना दे दी है।
ग्रामीण मदन प्रसाद, पंकज राम, नागेंद्र प्रसाद, मनीष कुमार आदि ने बताया कि मुखिया व संवेदक की मिलीभगत से मानक को दरकिनार कर कार्य कराने के कारण जलमीनार ध्वस्त हो गयी है। इसकी जांच जिले के वरीय पदाधिकारियों द्वारा कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए अन्यथा जनता सड़क पर उतर प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाएगी। इस संबंध में वार्ड सदस्य मंजू देवी ने बताया कि नल जल के कार्य को मुखिया द्वारा संवेदक बहाल कर कार्य कराया गया है।
बीडीओ डा. कुंदन ने बताया कि वार्ड सदस्य द्वारा सूचना मिलने पर जेई राकेश कुमार को भेज जांच कर अविलंब जलापूर्ति व्यवस्था बहाल कराने का निर्देश दिया गया है। वहीं जेई राकेश कुमार ने कहा कि हवा के झोंके से जलमीनार गिर गयी है। बहुत जल्द ठीक कर जलापूर्ति व्यवस्था शुरू करा दी जाएगी।प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वार्ड में शुद्ध जल की आपूर्ति के लिए सरकार ने 13,79973 लाख रुपये आवंटित किया था। इसमें 13,45290 रुपये खर्च कर इसका निर्माण कार्य संपन्न कराया गया है। इसकी मापी पुस्तिका 24 दिसंबर 20 को कनीय अभियंता द्वारा की गयी। इतना ही नहीं इस योजना की सुपर जांच 28 दिसंबर 20 की गयी है।