तटबंध के निचली इलाकों के लोगों के बीच फसल मुआवजा व जीआर राशि का हो वितरण
छपरा: जिले के सारण प्रखंड के माधोपुर, डुमरी, व चंचलिया पंचायत का कुछ हिस्सा सारण तटबंध के निचले इलाकों में बसा हुआ है और इन इलाकों में गंडक नदी के जलस्तर बढ़ने से अबतक तीन बार इस क्षेत्र के लोगों ने बाढ़ की विभीषिका झेल चुके हैं। लोगों के खेतों में लगी फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। वहीं शुक्रवार को पुनः नेपाल द्वारा बाल्मीकि नगर गंडक बराज से चार लाख क्युसेफ़ पानी छोड़े जाने की सूचना पर इस क्षेत्र के लोग भयभीत हो गये है। शनिवार को गंडक का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है। जिस कारण इन इलाकों में बसे लोगों के बीच एक बार फिर से बाढ़ की विभिषिका झेलने की चिंता सताने लगी है। जिसको लेकर तटबंध के निचले इलाकों में बसे दर्जनों लोगों ने जदयू पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव व माधोपुर पंचायत के मुखिया सुशील सिंह से अपनी आपबीती सुनाया और प्रशासनिक मदद की गुहार लगाई।
जिसके बाद प्रदेश महासचिव श्री सिंह ने उनलोगों को आश्वासन देते हुए तुरंत तरैया अंचलाधिकारी अंकु गुप्ता से दूरभाष पर बात की तथा सारण तटबंध के निचले इलाकों में बसे लोगों को पानापुर के तर्ज पर तरैया में भी जीआर राशि वितरण करने की मांग की। इस सम्बंध में जानकारी देते हुए प्रदेश महासचिव सुशील कुमार सिंह ने बताया कि माधोपुर पंचायत का राजवाड़ा, शामपुर, अरदेवा, जिमदाहा, हसनपुर बनिया, डुमरी पंचायत का फरीदनपुर, व शीतलपुर तथा चंचलिया पंचायत का चंचलिया दियरा, और शंकरडीह गांव के लोगों के सारण तटबंध के निचली इलाको में बसे हुए हैं और इस क्षेत्र में अब तक तीन बार बाढ़ का पानी आ गया। लोगों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। उनके रहने की समस्या उत्पन्न हो गई है। उन्होंने अंचलाधिकारी से प्रभावित लोगों के बीच तत्काल फसल सहायता व जीआर राशि वितरण करने की मांग की है।