- नेपाल की पहाड़ी नदियों के पानी छोड़े जाने से लोग परेशान
- बचाव का विकल्प ढूंढने में लग गए तटवर्ती इलाकों के लोग
परवेज अख्तर/सिवान: सरयू नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से तटवर्ती इलाके में हड़कंप मच हुआ है। नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने से लोग परेशान हैं। दरौली में सरजू नदी के लगातार जलस्तर बढ़ने के बाद तटवर्ती इलाके के लोगों की चिंता एक बार फिर बढ़ गई है। लगातार हो रही बारिश भी सरयू नदी के खतरे के निशान से ऊपर बढ़ने का एक कारण है। पिछले दिनों नदी का जलस्तर घटने से स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली थी। लेकिन विगत कुछ दिनों से लगातार नदी में पानी का जलस्तर बढ़ने लगा और सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी। इस वर्ष पाचवीं बार सरयू नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार 1998 में सरजू नदी का जलस्तर 61.74 सेंटीमीटर तक पहुंच गया था।
उस समय क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में काफी तबाही हुई थी। वर्तमान में दरौली के आसपास इलाकों में बाढ़ जैसा दृश्य नजर आ रहा है। इस बार भी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 38 सेंटीमीटर ऊपर हो गई हैं। लोग अपने बचाव का विकल्प ढूंढने में लग गये हैं। केंद्रीय जल आयोग के अधिकारी ने बताया कि अभी तत्काल में सरजू नदी के बढ़ते जलस्तर से गोगरा तटबंध पर अबतक किसी प्रकार का खतरा दिखाई नहीं दे रहा है। नदी में बढ़े हुए जलस्तर के बाद भी नदी का गोगरा तटबंध सुरक्षित है। विभाग द्वारा मौसम और नदी के जलस्तर पर बराबर नजर रखी जा रही है। वही स्थानीय अधिकारी अरविंद प्रसाद सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में नदी का जलस्तर बढ़ने से गोगरा तटबंध को किसी भी तरह का खतरा नजर नहीं आ रहा है।