- 4 महीना से ऊपर वाले पशुओं को वैक्सीन दिया जाएगा नि:शुल्क टिका
- जिले में 267 वैक्सीनेटर लगायेंगे पशुओं को टिका
- 10सितंबर से 5 अक्टूबर तक चलाया जाएगा अभियान
परवेज अख्तर/सिवान: पशुओं में होने वाले लगड़ी बुखार व गलाघोंटू रोग से बचाव के लिए एचएस-बीक्यू (हिमेरेजिक सिप्टेसिमिया-ब्लैक क्वार्टर) का टीका का 10 सितंबर से लगाया जाएगा.जिले भर में चार लाख 46 हजार पशुओं को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए जिले को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन व सिरिंज उपलब्ध करा दी गई है.बताते चले कि जिले में वर्तमान में पांच लाख 32 हजार पशु है जिनमे चार लाख 46 हजार पशुओं को टिका लगने का लक्ष्य रखा गया है.वही इस काफी के लिए विभाग द्वारा 267 वैक्सीनेटर को तैनात किया गया है.जहाँ वैक्सीनेटर घर-घर जाकर पशुओं को निःशुल्क टिका लगाएंगे.
बारिश के दिनों में पशुओं को चपेट में लेता है पास्चुरेला मलटोसिडा जीवाणु
जिला पशुपालन विभाग के डा. इंदु शेखर ने बताया कि गलाघोंटू व लगड़ी रोग बारिश के दिनों में पशुओं को होते हैं. गलाघोंटू के लिए पास्चुरेला मलटोसिडा नामक जीवाणु कारक है.यह मवेशी के पेट में ही पाया जाता है. जो लार के जरिए घास पर गिरता है. एक मवेशी से दूसरे जितने मवेशी के शरीर में यह जीवाणु घास चरने के दौरान प्रवेश करता है उसकी संक्रमण क्षमता बढ़ती है. लगड़ी बुखार में मवेशी को 105-106 डिग्री तक बुखार रहता है. सांस रूकने लगता है. सांस की नली में सिकूड़न आ जाती है।. इससे जानवर को सांस लेने में काफी तकलीफ होती है. समय पर इलाज नहीं होने से जानवर की मौत तक हो जाती है.
लंगड़ी रोग का कारक है क्लोस्टेडियम जीवाणु
लंगड़ी रोग का कारक क्लोस्टेडियम स्पीसिज जीवाणु है. इसमें जानवर के मांसल हिस्से में सूजन होकर गहरा घाव हो जाता है. अंदर तक घाव जाकर उसे सड़ाने लगता है. अभी पशुओं को जो टीकाकरण किया जाएगा उसमें एचएसबीक्यू का टीका सभी को मुफ्त में लगाया जाएगा.एक ही टीका से दोनों तरह की बीमारी से बचाव के लिए वैक्सीन लगाया जाता है.4 माह से अधिक उम्र के पशुओं को टीका लगाया जाएगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. इंदू शेखर ने कहा कि पशुओं को लगड़ी बुखार व गलाघोंटू से बचाव के लिए एचएस-बीक्यूटीकाकरण का कार्यक्रम तय हुआ है.10 सितंबर से सभी प्रखंडों में टीकाकरण होगा.वैक्सीन उपलब्ध करा ली गई है.