परवेज अख्तर/सिवान: द्वितीय चरण में सीवान सदर प्रखंड में 29 सितंबर को होने वाले पंचायत चुनाव को ले सदर प्रखंड कार्यालय में मंगलवार को काफी गहमागहमी रही। नामांकन के दौरान सरकार के गाइड लाइन का कहीं कोई असर होता नहीं दिखा। बैरिकेटिंग गेट से लेकर प्रखंड कार्यालय के सामने काफी संख्या में बिना मास्क लगाए समर्थक मौजूद थे। इस दौरान कहीं से सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हो रहा था। एक की जगह दो से तीन वाहन पर सवार होकर लोग नामांकन करने पहुंचे थे। बहरहाल, नामांकन के पहले दिन विभिन्न पदों के लिए 141 प्रत्याशियों ने नामजदगी का पर्चा दाखिल किया। इनमें मुखिया पद के लिए 05 पंचायत धनौती की महिला प्रत्याशी व स्व. रामेश्वर प्रसाद उर्फ डाकबाबू की पत्नी मीरा देवी समेत 20 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया, जिसमें 11 महिला व 9 पुरुष प्रत्याशी शामिल हैं। सदर प्रखंड बीडीओ विनीत कुमार ने बताया कि मुखिया के लिए 20, सरपंच के लिए 15, पंच के लिए 19, वार्ड सदस्य के लिए 77 व पंचायत समिति सदस्य के लिए 10 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। सदर प्रखंड के बीपीआरओ सतीश कुमार तिवारी ने बताया कि मकरियार पंचायत में 5, धनौती में 4, बाघड़ा में 3 व महुआरी व पिठौरी पंचायत में 2-2 प्रत्याशियों ने मुखिया पद के लिए नामांकन का पर्चा दाखिल किया। बीपीआरओ ने बताया कि सीवान सदर प्रखंड के ओरमा, कर्णपुरा, सरसर व सरावें में एक-एक ने मुखिया पद पर होने वाले चुनाव के लिए नामांकन के पहले दिन अपने नामाजदगी का पर्चा दाखिल किया है। दूसरी तरफ सदर एसडीओ के कार्यालय में नामांकन के पहले दिन जिला परिषद सदस्य के लिए सिर्फ एक नामांकन पत्र भरा गया। सदर एसडीओ रामबाबू बैठा ने बताया कि सीवान सदर के क्षेत्र संख्या 16 से आशा कुमारी ने नामजदगी का पर्चा दाखिल किया।
पहले दिन मुखिया से अधिक वार्ड सदस्य के लिए नामांकन
जिले में द्वितीय चरण में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर मंगलवार से नामांकन शुरू हो गया है। छह पदों के नामांकन के लिए प्रत्याशियों के बीच आपाधापी मची है। देखने वाली बात है कि इस बार के चुनाव में मुखिया से अधिक वार्ड सदस्य पद के लिए नामांकन करने को लोग अधिक आतुर दिखे। सदर प्रखंड में नामांकन के पहले ही दिन वार्ड सदस्य के लिए 77 जबकि मुखिया के लिए 20 नामांकन हुआ। बताया जा रहा कि राज्य सरकार द्वारा 2017 में बिहार विधानसभा व वार्ड क्रियान्वयन समिति व प्रबंधन समिति कार्य संचालन नियमावली 2017 को लागू कर दिया गया। इसके बाद से ही वार्ड सदस्यों की भूमिका अचानक से बढ़ गई है। अब वार्ड क्रियान्वयन व प्रबंधन समिति पंचायती राज संस्थाओं की अहम कड़ी बन गई है। ग्राम पंचायतों में मुख्यमंत्री निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल व पक्की नली गली योजना ग्राम पंचायत के अंदर गठित वार्ड सभा, वार्ड क्रियान्वन व प्रबंध समिति के माध्यम से संचालित होता है।
प्रत्याशी दिखे मास्क में, कर्मियों के चेहरे से मास्क नदारद
सीवान सदर प्रखंड में पांच पदों के लिए प्रखंड कार्यालय में होने वाले नामांकन के लिए पांच काउंटर बनाए गए थे। प्रखंड कार्यालय परिसर में काउंटर नंबर एक पर मुखिया पद के प्रत्याशी अपना नामांकन बीडीओ के समक्ष कर रहे थे। वहीं काउंटर नंबर दो पर सरपंच, तीन नंबर काउंटर पर पंचायत समिति सदस्य, चार नंबर पर वार्ड सदस्य जबकि पांच नंबर काउंटर पर पंच पद के प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र दाखिल कर रहे थे। वार्ड सदस्य के नामांकन के लिए बनाए गए काउंटर नंबर पांच पर नामांकन के लिए सबसे अधिक लोग कतार में दिखे। इस काउंटर पर नामांकन करने वाले प्रत्याशी तो अपने चेहरे पर मास्क लगाए थे, लेकिन काउंटर के अंदर ड्यूटी पर तैनात एक भी महिला-पुरुष कर्मी के चेहरे पर मास्क नहीं था। यही आलम पांच काउंटर के अतिरिक्ति बने एक अन्य काउंटर पर भी था जहां नाम-निर्देशन के लिए आवश्यक जानकारी प्राप्त करना था। पंचायत समिति के सदस्य के नामांकन के लिए बनाए गए काउंटर पर कुछ मास्क में थे तो कुछ बिना मास्क के।
बैरिकेटिंग गेट पर जमे रहे उत्साही समर्थक
अपने प्रत्याशियों के समर्थन में समर्थकों का उत्साह देखते ही बन रहा था। प्रखंड कार्यालय के बाहर सड़क के दोनों तरफ काफी संख्या में समर्थक समेत आमजन का जुटान दिन भर बना रहा। बहरहाल, चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशानुसार सदर प्रखंड कार्यालय के बाहरी छोर पर बांस-बल्ले से बैरिकेटिंग कर दी गई थी। बैरिकेटिंग के अंदर सिर्फ प्रत्याशी व समर्थक को ही आने की अनुमति थी। प्रखंड कार्यालय परिसस के मुख्य गेट पर पुलिस बल तैनात थे। जैसे ही नेता जी नामांकन करने के बाद बाहर निकलते उत्साही समर्थक नारेबाजी करने से खुद को रोक नहीं पाते। हालांकि इसी दौरान कुछ लोग आयोग के निर्देश का हवाला देते हुए नारेबाजी करने से मना भी करते दिखे।साथ ही फूल-मालाओं से भी लाद दे रहे थे। पंचायत चुनाव के नामांकन का ही प्रभाव रहा कि आमदिनों में पंद्रह से 20 रुपये में बिकने वाला गेंदा का माला 30 रुपये में बिक रहा था। बैरिकेटिंग के ठीक बाहर एक फूल विक्रेता माला बेंच रहा था, जहां से लोग माला खरीद रहे थे। इधर, नामांकन प्रक्रिया की पूरी वीडियोग्राफी कराई जा रही थी। सीसीटीवी से नामांकन प्रक्रिया पर निगरानी रखी जा रही थी।