छपरा से है जहां बालू माफियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों को खदेड़ खदेड़ कर मारा पीटा जाने लगा। हमले में गरखा थानाध्यक्ष अमितेश और उनका ड्राइवर जावेद अख्तर गंभीर रूप से घायल हैं। दोनों को छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बालू तस्करों ने गरखा थाना प्रभारी अमितेश को सड़क पर दौड़ा दौड़ा कर बहुत देर तक पीटते रहे। उनपर लाठी डंडों और पत्थरों की बरसात कर दी गई। वे सड़क कीनारे गिर गए। इतने से भी बालूगुंडों का मन नहीं भरा तो उन्हें घेरकर बांस बल्लों से पीटने लगे।
बालू माफियाओं का मनोबल दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। इसका एक नया उदाहरण सोमवार की रात को देखने को मिला। दरअसल डीएम डॉक्टर निलेश रामचंद्र देवरे के आदेश पर डीटीओ, जिला खनन पदाधिकारी, एसडीपीओ सदर व एमवीआई दलबल के साथ दिघवारा के आमी गांव के पास गए थे। वहां उन्होंने अवैध बालू लदे 19 ट्रकों को पकड़ा था।
धंधेबाजों को अफसरों की यह कार्रवाई नागवार गुजरी और वे सड़क जाम कर रहे लोगों को मोहरा बनाकर अफसरों और पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। काफी देर तक रोड़ेबाजी शुरू कर दी। जिसमें डीटीओ व अफसरों के साथ आधा दर्जन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। गरखा थाना अध्यक्ष, दिघवारा थाना अध्यक्ष समेत कई थानों के पुलिस पदाधिकारियों को भी चोटें आई हैं। लोगों की भीड़ और स्थिति को गंभीर भापते हुए सभी आला अधिकारी मौके से निकल गए। अफसरों को लग रहा था कि भीड कुछ भी करने को उतारू थी। घटना की सूचना डीएम और एसपी को दी गई। इसके बाद काफी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। रात होने का फायदा उठाते हुए बालू के अवैध धंधे बाज फरार हो गए। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है और आरोपियों को दबोचने का प्रयास कर रही है।
इस घटना के बाद पुलिस कर्मियों में आक्रोश है और वे धंधेबाजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जानकारी हो आधा दर्जन पुलिसकर्मी भी इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस संबंध में जब डीटीओ जनार्दन ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वे डीएम के आदेश पर पूरी टीम के साथ बालू के अवैध धंधे बाजों पर कार्रवाई के लिए पहुंचे थे। लेकिन पहले से एक खाली ट्रक से एक युवक की कुचल जाने के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया था । इसी मौके का फायदा उठाया और सड़क जाम कर रहे लोगों को प्रशासन के खिलाफ उकसा दिया गया ।