मुजफ्फरपुर में एक पंचायत समिति सदस्य नकली शराब का धंधा चलाने के आरोप में गिरफ्तार हो गया है। उसके साथ चार अन्य कारोबारियों की भी गिरफ्तारी हुई है। गिरफ्तार पंचायत समिति सदस्य मीनापुर के मानिकपुर पंचायत का सुबोध कुमार है। उसके अन्य साथी पूर्वी चंपारण के राजन कुमार, सुनील कुमार, कुंदन कुमार और मुजफ्फरपुर के सदर थाना क्षेत्र के नंदपुरी का निवासी मुकेश राय उर्फ मुक्कू है। पुलिस ने इनके पास से नकली शराब बनाने का सामान और 5 लाख 28 हज़ार रुपये भी बरामद किए हैं। इनके पास से चार देशी पिस्टल भी बरामद किया गया है। पंचायत चुनाव को लेकर मुजफ्फरपुर पुलिस के शराब विरोधी अभियान में यह बड़ी गिरफ्तारी हुई है।
पश्चिम बंगाल से कच्चा स्प्रिट मंगाकर मुजफ्फरपुर में बनाया जाता है नकली शराब
एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि यह गिरोह पश्चिम बंगाल से कच्चे स्प्रिट का खेप मंगाता है और मुजफ्फरपुर में नकली शराब तैयार करके मोतिहारी, दरभंगा, वैशाली, सिवान गोपालगंज, सीतामढ़ी और अन्य जिलों में खपाता है। पंचायत चुनाव को लेकर इस गिरोह की विशेष तैयारी चल रही थी। पकड़ा गया पंचायत समिति सदस्य सुबोध कुमार पंचायत चुनाव लड़ने की तैयारी में था। और वह अपने वोटरों को प्रभावित करने के लिए शराब का उपयोग करने वाला था। एसएसपी ने बताया कि पुलिस को अपने सूत्रों से इसकी जानकारी मिल गई। एएसपी सैयद इमरान मसूद के नेतृत्व में टीम बनाई गई और इस टीम ने कई घंटों की मशक्कत के बाद इन पांचों को गिरफ्तार कर लिया।
चुनाव के मद्देनजर कर रहा था बड़ी तैयारी
इनके पास से पुलिस ने दो कार भी जब्त किए हैं। यह गिरोह विदेशी शराब की खेप भी मंगाता है जिसे क्लास कस्टमर को महंगी कार से होम डिलीवरी के जरिए पहुंचाता है। साधारण पियक्कड़ को लोकल स्तर पर बनाई गई नकली शराब दी जाती है। पंचायत चुनाव को लेकर गिरोह खास तैयारी कर रहा था। एसएसपी ने कहा है कि इस कार्रवाई से पुलिस को बड़ी सफलता मिली है क्योंकि नकली शराब पीने से लोगों की जान भी जा सकती है। बता दें कि मुजफ्फरपुर में कई प्रखंडों में नकली शराब पीने से मौत की घटनाएं हो चुकी हैं। एसएसपी ने कहा है कि गिरफ्तार धंधेबाजों से पूछताछ की जा रही है ताकि इनके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जा सके।