छपरा: देश के जाने माने भोजपुरी- हिन्दी – उर्दू के विद्वान साहित्यकार व स्थानीय चन्द्रकेतु जौहर महविद्यालय मशरक के प्राचार्य डा जौहर शाफियावादी के चर्चित देशभक्ति रचना मोरे मितवा गीत का फिल्मांकन मशरक से शुरु हुआ।प्रसिद्ध लोक गायक रामेश्वर गोप के स्वर में गाये इस गीत की शूटिंग में डा जौहर के भी कुछ व्यक्तिव को फिल्मांकित किया गया।बाजार स्थित मंगल मार्केट के एक उद्यान में मोरे मितवा की करीब आधा दर्जन पंक्तियों का फिल्मांकन गायक रामेश्वर गोप और रचनाकार डा जौहर पर किया गया।इडेन फिल्मस् मुम्बई के बैनर तले प्रसिद्ध फिल्मकार मिथिलेश प्रसाद के निर्देशन में शुरू हुई शूटिंग में डा जौहर के निजी दैन्दिनी कार्यों की भी कैमरे में कैद किया गया।
फिल्मकार मिथिलेश के अनुसार गीत के भाव पक्ष के आधार पर विभिन्न स्थलों पर इसकी शूटिंग की जाएगी गायक गोप के स्वर में ध्वन्यांकित इस गीत में र्चचित गायिका रूचि सिंह ने भी सहगायन किया है।रघुवीर नारायण की बटोहिया गीत और भिखारी ठाकुर की विदेशिया शैली पर आधारित मोरे मितवा गीत की काफी सराहना मिली है।करीब 20 मिनट के गीत प्रधान फिल्म के रचनाकार डा जौहर ने बताया कि धन धन भूमि भैया भारत के देशवा से मोरे हिन्द प्राण के आधार मोरे मितवा गीत को बटोहिया के पूरक गीत के रूप में लोग पसन्द कर रहे हैं।जौहर के अनुसार रघुवीर बाबू की बटोहिया आजाद भारत के पूर्व की मनोरम दास्तां कहती है जब कि मोरे मितवा आजादी के बाद के हमारे मजबूत और विकसित देश की कहानी कहती हुई दिखती है।मौके पर युवा साहित्यकार व भोजपुरी के प्रसिद्ध व्यंग कार सुमेर सिंह काका के पुत्र सुजीत कुमार सिंह ,सागर कुमार आदि ने तकनीकी पक्ष का सहयोग किया।