- निगरानी विभाग द्वारा घण्टो से अधिक चलता रहा पैमाइस
- निगरानी टीम में पांच सदस्य थे शामिल
परवेज अख्तर/ एडिटर इन चीफ:
आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलेंस की टीम भवन मूल्यांकन के लिए निगरानी विभाग की टीम पुनः सीवान नई बस्ती पहुँची. जहां निगरानी की टीम को देखते ही लोगो मे हड़कम्प मच गई.बताते चले कि बीते 21 फरवरी को सीवान जिला परिषद पूर्व अभियंता धनंजय मणि तिवारी के तीन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर करीब 4 करोड़ रुपए की चल व अचल सम्पत्ति और उससे संबंधित दस्तावेज जब्त की थी.जहां जिला परिषद अभियंता के खिलाफ विजिलेंस ने 19 फरवरी 2021 को आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया था और 21 फरवरी को विजिलेंस मुजफ्फरपुर से आई 20 सदस्यीय टीम द्वारा एक साथ तीन ठिकानों पर की थी.इधर छापेमारी के दौरान जिला परिषद पूर्व अभियंता धनंजय मणि तिवारी के यहां से आय से अधिक सम्पति प्राप्त हुई थी.इसी मामले को लेकर केश के आईयो डीएसपी कन्हैया लाल पांच सदस्यीय टीम के साथ सिवान शहर के नई बस्ती स्थित अभियंता के आवास पर पहुँचे और भवन मूल्यांकन केलिए पैमाइस शुरू कर दिया.जहाँ घण्टो से अधिक समय तक भवन की चौड़ाई, लम्बी, दीवार की मोटाई, खिड़की, दरवाजे सहित अन्य वस्तुओं की पैमाइस की गई.निगरानी विभाग के डीएसपी व केश के आईओ कन्हैया लाल ने बताया कि केस में भवन का कीमत निकालना था जिसकी मूल्यांकन के लिए चार तकनीकी कोषांग के चार अभियंताओं के साथ सीवान उनके आवास पर पहुँचे जहां पैमाइस की गई व भवन का मूल्यांकन किया गया.
पैतृक आवास की नही हुई मूल्यांकन
डीएसपी व एसकेआईओ कन्हैया लाल ने बताया कि अभियंता के पैतृक आवास की जो भी भवन है उनका मूल्यांकन नहीं होगा.क्योंकि पैतृक आवास उनके पूर्वजो का बनवाया हुआ है.हमलोगों को केवल अभियंता के बनाये गये आवास का मूल्यांकन करना है.