गोपालगंजः त्योहार का सीजन शुरू होने से पहले गोपालगंज में कोरोना संक्रमण ने रूप दिखाना शुरू कर दिया है. सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की जांच में जेल जाने से पहले 12 कैदियों, एक निजी स्कूल की छात्रा समेत 20 लोगों में कोरोना संक्रमण का लक्षण मिला है. इनमें से आठ मरीजों को डॉक्टरों की निगरानी में होम आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि 12 कैदियों को सदर अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में रखा गया है. इनकी आरटीपीसीआर से फिर जांच होगी.
दो मरीज सदर अस्पताल में जांच के दौरान पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि तीन मरीज उचकागांव प्रखंड के रहनेवाले हैं. स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लोगों को कोरोना संक्रमण से सतर्क रहने की जरूरत है. दरअसल, जेल जाने से पहले कैदियों की ट्रूनेट से कोरोना वायरस की जांच हुई, जिसमें सदर प्रखंड के जादोपुर विशुनपुर गांव के नागेंद्र गुप्ता, विजय कुमार मांझी, गोविंद कुमार मांझी, वृति टोला जादोपुर के शत्रुधन मांझी, मीरगंज के गुड्डू कुमार, मंटू साह, श्रीनगर टोला के महावीर मांझी, भोरे के धाना छापर के दिनेश चौधरी, कटेया के लोहठी के रफी आलम, रिजवान मियां, तबरेज आलम और मीरगंज के रामकुमार शामिल हैं.
निजी स्कूल की छात्रा पॉजिटिव
शहर के काली स्थान रोड स्थित एक निजी स्कूल में पढ़नेवाली सदर पखंड के भितभेरवां गांव की छात्रा भी कोरोना पॉजिटिव हुई है. स्वास्थ्य विभाग ने छात्रा को होम आइसोलेट किया है. साथ ही संक्रमित के संपर्क में आए सभी लोगों की कोरोना जांच की जा रही है. डॉक्टरों ने कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं, बल्कि सावधानी बरतने और मास्क लगाकर बाहर निकलने की अपील की है.
सिम्पटम्स रहने पर कराएं जांच
सीडीओ सह कोरोना के नोडल पदाधिकारी डॉ. कैप्टन एसके झा ने कहा कि कोरोना का सिम्पटम्स आने के बाद सदर अस्पताल के पास आंबेडकर भवन या नजदीकी सरकारी अस्पताल में जांच कराना जरूरी है. बुखार या किसी तरह का लक्षण आने या संक्रमित मरीज के संपर्क में आनेवाले लोगों को बेझिझक स्थानीय अस्पताल में जाकर कोरोना की जांच करानी होगी. सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच की व्यवस्था की गई है.