- दुर्गा पूजा के दौरान सभी पूजा पंडालों में कोरोना जांच व टीकाकरण का होगा अतिरिक्त इंतजाम
- सत्रों भीड़ नियंत्रण को लेकर सुरक्षा बल रहेंगे तैनात
- वैक्सीन का अपव्यय कम करने का होगा प्रयास
छपरा: जिले में निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक शत प्रतिशत लोगों के टीकाकरण को लेकर सभी जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। बावजूद इसके जिले की बड़ी आबादी अब तक टीकाकरण से वंचित हैं। दूसरे डोज से वंचित लोगों के टीकाकरण को लेकर भी समस्या बरकरार है। इसके लिये जिले में युद्धस्तर पर जनसंपर्क अभियान का संचालन किया जा रहा है। साथ ही लोगों को टीकाकरण के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से सघन जागरूकता अभियान का संचालन किया जा रहा है। दुर्गा पूजा सहित अन्य महत्वपूर्ण त्योहार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग बाहरी राज्यों से घर लौट रहे लोगों की जांच के लिये रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित अन्य सार्वजनिक जगहों पर कोरोना जांच अभियान का संचालन किया जा रहा है। इसी क्रम में त्योहार के दौरान संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने जिलाधिकारी व सिविल सर्जन को पत्र जारी करते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिये हैं।
प्रखंड स्तर पर सुबह 09 बजे से रात 09 बजे तक संचालित होगा सत्र
कार्यपालक निदेशक द्वारा जारी पत्र में नियमित सत्र संचालन के दौरान कोरोना का टीका लेने से वंचित लोगों के लिये प्रखंड स्तर पर सुबह 09 बजे से 09 बजे रात तक टीकाकरण सत्र के संचालन का निर्देश दिया गया है। जो टीकाकरण से अब तक वंचित लोगों के लिये एक विकल्प के तौर पर उपलब्ध होगा। इसके लिये प्रखंड स्तर पर स्थल का चयन करते हुए सुसज्जित व व्यवस्थित तरीके से टीकाकरण सत्र आयोजित किये जाने का निर्देश प्राप्त है। प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में इसे लेकर जरूरी तैयारियां शुरू कर दी गयी है।
पूजा पंडालों के पास होगा कोरोना जांच व टीकाकरण का इंतजाम
संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिये त्योहारी समय में विभाग विशेष सतर्कता बरत रहा है। पूजा के दौरान स्थानीय लोगों के साथ बड़ी संख्या बाहरी राज्यों से घर लौटे लोग प्रतिमा दर्शन व मेला देखने के मकसद से भ्रमण करते हैं। इस बार दुर्गा पूजा के दौरान जिला, अनुमंडल व प्रखंड स्तर पर विभिन्न पूजा पंडालों में कोरोना जांच व टीकाकरण का इंतजाम सुनिश्चित कराया जायेगा। सत्रों पर भीड़ नियंत्रण को लेकर सुरक्षा बल तैनात किये जायेंगे। साथ ही सत्र आयोजन से संबंधित सूचना का स्थानीय स्तर पर व्यापक प्रचार प्रसार कराया जायेगा। इसे लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के स्तर से जरूरी दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं।