पटना: लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को नवरात्रि में मां राबड़ी का आशीर्वाद मिल गया है। इससे तेज और तेजस्वी के बीच चल रही तनातनी भी शांत होने की खबर है। तेजप्रताप ने तारापुर और कुशेश्वरस्थान में हो रहे उपचुनाव में राजद प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव प्रचार करने से भी मना कर दिया है। कहा जा रहा है मां राबड़ी देवी के पटना आकर तेज प्रताप को समझाने का असर हुआ है। तेजप्रताप ने छोटे भाई तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद भी दिया है।
वैसे तो तेजप्रताप यादव के मूड का भांप लेना किसी के वश की बात नहीं है। वह एकाएक क्या कर बैठेंगे, यह किसी को मालूम नहीं रहता। लेकिन मां तो मां ही होती है। तेज प्रताप साफ-साफ बोलने वाले नेता माने जाते हैं। अब मां राबड़ी देवी से मुलाकात के बाद बहुत नपा-तुला बोल रहे हैं। बयानों में कोई गुस्सा नहीं दिख रहा। मीडिया के सवालों का जवाब भी कम शब्दों में दे रहे हैं। तेजस्वी से तमाम मुद्दों पर विवाद के बावजूद उन्होंने आशीर्वाद देते हुए कहा कि वे अच्छे से काम करें और मुख्यमंत्री बनें।
लालू के 20 अक्टूबर को पटना आने की खबरों के बीच राजद और तेजस्वी के लिए राहत की बात यह है कि तेज प्रताप यादव उपचुनाव में राजद के खिलाफ चुनाव प्रचार करने नहीं जा रहे हैं। इसके साथ ही तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद देकर सभी सियासी कयासबाजियों पर भी विराम लगा दिया है। तेज प्रताप यादव राजद के दिवंगत पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब की बारात लेकर बुधवार को सिवान के चांदपाली गांव पहुंचे थे। यहीं पर पटना से सिवान जाने के क्रम में तेज प्रताप यादव ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनकर जनता की सेवा करने का आशीर्वाद दिया। इसके साथ ही यह भी साफ कर दिया कि वह न तो कुशेश्वरस्थान और न ही तारापुर विधानसभा में उपचुनाव प्रचार करेंगे। तेज प्रताप ने ऐसी बातों को खारिज करते हुए साफ तौर पर इसे अफवाह करार दिया।
इससे पहले राबड़ी देवी रविवार 10 अक्टूबर की शाम 7 बजे पटना पहुंची थीं। एयरपोर्ट से वे सीधे अपने तेज प्रताप के सरकारी आवास पर पहुंची थीं, लेकिन उनकी भेंट नहीं हो सकी। तेजप्रताप उस समय आवास पर नहीं थे। कुछ देर इंतजार के बाद राबड़ी देवी अपने सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड चली गईं थीं। तेज प्रताप से उनकी मुलाकात अगले दिन हुई। जेपी जयंती के दिन 11 अक्टूबर को पदयात्रा निकालने के बाद तेजप्रताप मां राबड़ी से मिलने उनके सरकारी आवास पहुंचे थे। इसी मुलाकात के बाद सब कुछ धीरे-धीरे ठीक हुआ है। गुरुवार को महानवमी के दिन मां के साथ हवन करते भी तेज प्रताप दिखाई दिये।
कांग्रेस और राजद में चल रही तनातनी के बीच बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक राम ने कुछ दिनों पहले तेजप्रताप यादव से मुलाकात की थी। कुशेश्वरस्थान से अशोक राम के बेटे अतिरेक कुमार चुनाव लड़ रहे हैं। मुलाकात के बाद अशोक राम ने कहा था कि तेजप्रताप यादव ने आश्वासन दिया है कि वे अतिरेक के चुनाव प्रचार में कुशेश्वरस्थान जाएंगे।