सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जिले में सेब की पैदावार बेशक नहीं होती है लेकिन सेब इतने ज्यादा हैं कि सड़कों पर वह पड़े होते हैं और लोग उन्हें लाख कोशिश के बाद भी उठाकर नहीं ले जा पाते. जी हां यकीन नही हो रहा है न लेकिन बात सोलह आना सच है. आप भी हैरान हो जाएंगे कि क्या बाढ़ प्रभावित इलाकों में भी सेब की उपज होने लगी या फिर सेब की बारिश हो गई. आपको भले यकीन नहीं आ रहा हो लेकिन कुछ ऐसी ही तस्वीर दिखी बिहार के सीतामढ़ी में, जहां सड़क पर पड़े कई क्विटंल सेब को छोटे बच्चे से लेकर महिलाएं और पुरुष सभी लूटते और उठाते दिखे लेकिन सेब का स्टॉक खत्म नहीं हुआ.
गांव के लोग जब सुबह नींद से जागे और सड़कों पर जहां-तहां सेब देखा तो हैरान हो गए कि आखिरकार रातों-रात ऐसा क्या चमत्कार हुआ कि हमेशा बाढ़ और सूखा का सामना करने वाली उनके गांव के सड़क और खेतों में चारों तरफ से भी सेब ही दिखाई दे रहे हैं. तो संस्पेन्स खत्म करते हैं. दरअसल पूरा मामला बिहार में शराब की तस्करी से जुड़ा है. शराब माफिया शराब की तस्करी को लेकर नये-नये प्रयोग करते हैं.
सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर प्रखंड के तिलकताजपुर की यह तस्वीर शराब तस्करों की बदौलत दिखी. देर रात शराब से भरी ट्रक आयी थी. ग्रामीणों के अनुसार सेब में शराब को छिपाकर लाया गया था. शराब को ठिकाने लगाने के बाद सेब को सड़क पर ही फेंककर शराब माफिया वहां से चल दिये लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी.
दरअसल इस इलाके में शराब माफियाओं का नेटवर्क काफी तगड़ा है. गाहे बगाहे पुलिस भी इलाके में कार्रवाई करती है और शराब के खेप भी बरामद किए जाते हैं लेकिन इस बार शराब की आड़ में सेब की मुफ्त में खेप छोड़ने की बात गांव के लोगों के गले भी नहीं उतर रही.