- अचानक जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे रह रहे लोगों में डर
- निचले इलाकों में पानी घुसने से कृषि योग्य जमीन डूब गई
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के गुठनी प्रखंड से गुजरने वाली सरयू व बूढ़ी गंडक के जलस्तर में अचानक वृद्धि से इलाके के लोगों में डर समा गया है। ग्रामीणों का कहना है कि अचानक जलस्तर बढ़ने से खेती योग्य करीब 10 एकड़ से अधिक जमीन नदी में समा गई है। लगातार दो दिन से बढ़ रहे जलस्तर से किसान काफी चिंतित है। कहना है कि उन्हें हर तरह से काफी नुकसान हुआ है। बताया कि ग्यासपुर, तिरबलुआ, खड़ौली, पाण्डेयपार, मैरिटार सहित दर्जनों गांवों के सामने नदी का कटाव हुआ है। सरयू में बढ़े जलस्तर पर बाढ़ विभाग के सूत्रों का कहना है कि अमूनन गर्मी के दिनों में इस तरह का कोई बदलाव नहीं देखा जाता है। जलस्तर बढ़ने की उन्हें भी सूचना मिली है। इधर ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते सरयू नदी के किनारे को नहीं बांधा गया तो आने वाले समय में कई गांवों का अस्तित्व खत्म हो जायेगा। दियारा इलाके में रहने वाले ध्रुपदेव राजभर, सुभाष राजभर, नीतीश राजभर, रामनछत्र राजभर, दीनानाथ राजभर, गुड्डू राजभर, बिरजा गोंड, हरिकिशुन राजभर, हरिशंकर राजभर, उमा राजभर, सीताराम राजभर, रघुबीर राजभर, बलराम राजभर, मुन्ना राजभर, जवाहिर राजभर, सुरेंद्र राजभर, फुलेना राजभर, ललन राजभर, प्रवेश राजभर,अलोप राजभर, जगिलाल राजभर, अमरजीत राजभर, प्रमहंसह राजभर सभी डरे हुए हैं।
क्या कहते हैं एसडीओ
बाढ़ नियंत्रण विभाग के एसडीओ प्रमोद कुमार का कहना है कि अचानक बढ़े जलस्तर का प्रभाव कम दिनों तक रहने की संभावना है। धीरे धीरे नदी में पानी का दबाव कम होने की उम्मीद है।