- घटना के समय दुकानदार पुत्र दुकान संभाल रहा था
- घायल दुकानदार पुत्र कररूआ निवासी अभिषेक है
- 08 बजे के करीब हुई है गोलीबारी की घटना
- 03 लोगों ने मिलकर दिया घटना को अंजाम
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कररूआ गांव में शनिवार की देर रात गोली लगने एक दुकानदार का पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद दुकानदार सुदिश सिंह का 13 वर्षीय पुत्र अभिषेक कुमार को आनन-फानन में स्थानीय लोगों की मदद से इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना का कारण पुराना विवाद बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार अभिषेक कुमार देर रात पिता की जगह दुकान पर बैठकर ग्राहकों को संभाल रहा था। इस दौरान तीन युवक दुकान पर पहुंचे। दुकानदार से सिगरेट व अन्य सामान की मांग की। इधर अभिषेक ने सामान व सिगरेट दिया। सिगरेट पीने के बाद उसमें से एक ने अपने पास रखे हथियार से अभिषेक को लक्ष्य कर फायर कर दी। गनीमत रहा कि गोली अभिषेक के पैर में लगी। इधर पुलिस के समक्ष दिए फर्दबयान में अभिषेक ने बताया है कि घटना को अंजाम देने वालों में गांव के ही बिट्टू और उसके दो अन्य साथी शामिल थे।
अभिषेक के घर में जनवरी में हुई थी चोरी
परिजनों की मानें तो अभिषेक को गोली मारने के पीछे पुराना विवाद है। इस वर्ष के जनवरी महीने में उसके घर में चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था। घटना में गांव के ही बिट्टू कुमार पर शक गहरा रहा था। पीड़ित ने थाने में उसके खिलाफ आवेदन भी दिया था लेकिन बाद में गांव के लोगों के काफी समझाने-बुझाने के बाद आवेदन वापस ले लिया गया। बिट्टू अपने ऊपर लगे चोरी के आरोप से काफी नाराज चल रहा था।
जुआ खेल रहे बिट्टू को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांड में पीड़ित की ओर से तीन लोगों को आरोपित किया गया है। जिसमें एक बिट्टू कुमार भी शामिल है। इधर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बिट्टू को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि जब बिट्टू को पुलिस ने गिरफ्तार किया वह गांव में ही जुआ खेल रहा था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बिट्टू से घटना के बारे में जानकारी हासिल की। उसके द्वारा दी गयी जानकारी के आधार पर घटना में शामिल दो अन्य की भी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
शराब कारोबार भी है चर्चा में
ग्रामीणों की मानें तो इस घटना के पीछे शराब कारोबार भी एक कारण हो सकता है। दरअसल अभिषेक का चाचा पहले शराब का कारोबार में संलिप्त था। उस दौरान बिट्टू भी उसके कारोबार से जुड़ा था। बताया जाता है कि बाद एफआईआर में नाम आने के बाद अभिषेक के चाचा ने गांव छोड़ दिया। अंदेशा है कि रुपए का लेनदेन भी इस विवाद का कारण हो सकता है।