सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति में रेफर
✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
तुम मुझे चाहो या ना चाहो कोई बात नहीं, तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी। एक आशिक द्वारा अपने माशूका को ठुकराए जाने के बाद,माशूका ने अपनी खुशियों से भरी जिंदगी को उसने उस दहलीज पर ले जाकर खड़ा कर डाली कि जहां परिजन तो परेशान हो हीं गए लेकिन पूरे प्रखंड क्षेत्र में यह दो प्रेमी युगल की कहानी इतिहास के पन्नों पर कैद हो गई,यह घटना पचरुखी थाना क्षेत्र की एक गांव की है।यहां बताते चले कि एक आशिक द्वारा अपने माशूका को ठुकराए जाने के बाद वह हमेशा डिप्रेशन में रहती थी।घर में हो हंगामा करना उसकी आदत सी बन गई थी।इसी हो हंगामा को देखते हुए लड़की के पिता ने बुधवार की देर शाम उसे जबरदस्त तरीके से उसे डांट फटकार लगाई।लेकिन पिता की डांट को लड़की बर्दाश्त न कर पाई।अंततः उसने अपने शरीर में किरासन तेल छिड़ककर जीवन की इहलीला समाप्त करने की कोशिश की।
आग लगाए जाने के बाद लड़की द्वारा हो हंगामा किया जाने लगा,बाद परिजन उसे आग में जलते देख भौंचक रह गए तथा घायल अवस्था में उसे प्राथमिक उपचार हेतु आनन-फानन में सिवान के सदर अस्पताल में बुधवार की देर शाम भर्ती कराया।जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अभिषेक कुमार के द्वारा इलाज शुरू की गई।लेकिन उसकी हालत को गंभीर देखते हुए मौजूद चिकित्सकों ने उसे बेहतर उपचार हेतु सिवान सदर अस्पताल से रेफर कर दिया।जहां परिजन उसे बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर लेकर चले गए।
खबर लिखे जाने तक उसकी हालत एकदम गंभीर बताई जा रही है।उधर ग्रामीणों में यह दबी जुबान से चर्चा हो रही है कि इस घटना के तथ्यों को छुपाने के लिए स्थानीय हल्का चौकीदार ने परिजनों से मोटी रकम लेकर स्थानीय थानाध्यक्ष को दिग्भ्रमित करने का काम किया है।बहरहाल मामला चाहे जो हो इस घटना को लेकर गांव में तरह तरह के अटकलों का बाजार गर्म है।लोग जितनी मुंह उतनी बातें करने से परहेज नहीं कर रहे हैं।यह घटना पूरे पचरुखी प्रखंड क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।जहां दर्जनों गांव के लोग इस घटना को लेकर चहुओर चर्चा कर रहे हैं।