कई सिलिंडरों में समय से नहीं की गयी है गैस की भरायी
परवेज अख्तर/सिवान: सदर अस्पताल में यदि किसी कारणवश आग लग गया तो काफी नुकसान हो सकता है। कारण है कि बचाव का साधन उपलब्ध नहीं है। आम तौर पर किसी भी सार्वजनिक जगह पर आग से बचाव को लेकर एहतियात के तौर पर कई अग्निशामक वस्तुओं का होना जरूरी होता है। उनमें से पानी, बालू , खिड़की और सीओटू आदि शामिल है। मंगलवार की दोपहर को पड़ताल के दौरान पाया गया कि सदर अस्पताल के अधिकतर संवेदनशील जगहों पर अग्निशामक यंत्र नहीं लगे थे। इस मामले में जब एक कर्मी से बात की गयी तो उसने चौकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि अस्पताल में अधिकतर संवेदनशील स्थलों पर अग्निशमन यंत्र लगा ही नहीं है। जहां कहीं लगा भी है उनमें से कई का डेट एक्सपायर हो गया है। समय से उसकी रिफिलिंग नहीं करायी जाती है जबकि कई सिलिंडर रिफिलिंग के अभाव में खाली पड़े हैं।
वहीं जब एसएनसीयू के नोडल पदाधिकारी से डॉक्टर इस्त्राइल से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि एसएनसीयू पूर्ण रूप से सुरक्षित है। नवनिर्मित एसएनसीयू भवन पूर्ण रूप से सुरक्षित और अत्याधुनिक है। इसमें इलेक्ट्रीक शार्ट सर्किट होने का काफी कम संभावना है। कारण है कि बिजली को भवन के एक साइड में रखा गया है। उन्होंने बताया कि साधारणतया जिले के कई प्राईवेट अस्पतालों से भी आग से सुरक्षा के मामले में एसएनसीयू बेहतर है।