- ग्रामीणों का कहना था कि अधेड़ का शव नदी किनारे मछली पकड़ने वाले जाल में फंसा हुआ था
- मछुआरों व किसानों की सूचना पर मिली जानकारी
- तमाम कोशिशों के बाद शव की शिनाख्त नहीं हो पाई
- 10 से 15 घंटे के बीच रहा नदी के बहाव में रहा शव
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के गुठनी थाना क्षेत्र के तिरबलुआ गांव स्थित सरयू नदी से एक अधेड़ का उपलाता हुआ शव बरामद किया गया है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह नदी में मछली पकड़ने गए मछुआरों ने आसपास के लोगों को शव मिलने की सूचना दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई। ग्रामीणों ने शव की शिनाख्त करने का भरपूर प्रयास किया। लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। ग्रामीणों का कहना था कि अधेड़ का शव नदी के किनारे मछली पकड़ने वाले जाल में फंसा हुआ था। उन्होंने शव से खून आने व शरीर पर चोट के निशान होने की पुष्टि की। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि शव को देखने से लगता है कि नदी के बहाव में वह दस से पन्द्रह घंटों के बीच रहा है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे प्रभारी थानाध्यक्ष दशरथ सिंह, एएसआई मोहन पासवान, एएसआई जयलाल राम व एएसआई शिवमंगल पासवान ने मौके पर पहुंच छानबीन शुरू कर दी। शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। पुलिस का कहना है कि तमाम कोशिशों के बाद शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। फिलहाल पुलिस ने चौकीदार के बयान पर मामला दर्ज कर लिया है।
सोशल मीडिया पर पोस्ट कर युवाओं ने दी जानकारी
मंगलवार को तिरबलुआ गांव स्थित सरयू नदी में अधेड़ का उपलाता हुआ शव बरामद किया गया। इसकी सूचना गांव के युवाओं ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लोगों से इसके शिनाख्त करने में सहयोग करने की अपील की। सोशल मीडिया से ही पुलिस को भी शव मिलने की जानकारी हो पाई। युवाओं के इस कार्य की चर्चा क्षेत्र में हो रही है। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर सकारात्मक पोस्ट करने से सामाजिक सौहार्द बना रहता है। सोशल मीडिया समाज को जोड़ने का एक आधुनिक साधन बन गया है।
क्या कहते हैं एसडीपीओ
एसडीपीओ जितेंद्र पांडेय का कहना है कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं शव की शिनाख्त करने की भी कोशिश की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता आसानी से चल पाएगा।