- 07 नवंबर से ही घर से निकले तीन युवक एक साथ हैं लापता
- स्कार्पियो गोपालगंज जिले के मीरगंज थाना क्षेत्र में हुई है बरामद
परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ: जिले के तीन लापता युवकों को ढूंढ लाना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है। पुलिस अपनी तरफ से भरपूर कोशिशें तो कर रही हैं लेकिन परिणाम हाथ कुछ नहीं लग रहा है। शिकायत दर्ज किए जाने के बाद से ही जिले के कई थाना क्षेत्रों में पुलिस का लगातार छापेमारी इस बात का प्रमाण है कि अबतक उसके हाथ कोई ठोस सबूत नहीं लगा है और अंधेरे में ही तीर चलाया जा रहा है। लापता युवकों से जुड़ी स्कार्पियों दूसरे जिले में बरामद हुई है, यह कहकर कुछ समय के लिए पुलिस अपनी नाकामी पर पर्दा भी डाल सकती है। पर, पुलिस सूत्रों की बातों पर ही यकीन करें तो लापता युवकों का अंतिम लोकेशन बड़हरिया थाना क्षेत्र में मिलना बताया जा रहा है जो स्थानीय जिले का ही हिस्सा है। वहीं परिजनों की बातों पर भरोसा करें तो लापता होने के अगली सुबह करीब सात बजे तक मोबाइल फोन पर घंटी बज रही थी। यानी लापता युवकों की मौजूदगी कहीं न कहीं बड़हरिया थाना क्षेत्र में ही रही होगी।
पेशेवर हो सकते हैं संलिप्त
यदि घटना के बाद से उपजे हालात पर गौर करें तो मामला गंभीर लगने लगा है। करीब आठ दिनों बाद भी युवकों को ढूंढ पाने में पुलिस की विफलता इस बात को दर्शाती है कि लापता होने की इस घटना में साधारण लोगों का नहीं बल्कि शातिर लोगों का हाथ हो सकता है। हालांकि पुलिस अभी इस मामले में बारीकी से अनुसंधान कर रही है कुछ भी कहना जल्दबाजी ही होगा।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि 07 नवंबर को एक साथ निकले तीन मित्र विशाल सिंह, परमेंद्र यादव व अंशु देर शाम तक अपने घर नहीं पहुंच सके। अगले दिन लापता विशाल सिंह की काली स्कार्पियों गाड़ी गोपालगंज जिले के मीरगंज थाना क्षेत्र के सब्या के निकट लावारिस हालत में बरामद की गई थी। जिसकी सूचना पुलिस ने परिजनों को दी गयी।
क्या कहते हैं डीआईजी
सारण रेंज के डीआईजी रवींद्र कुमार ने बताया कि तीनों युवकों की तलाश में पुलिस टीम लगातार काम कर रही है। हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द लापता युवकों का पता लगा लिया जाए।