- जिलाधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर राहत सामग्री वितरण वाहन को किया रवाना
- जिले के 13 प्रखंडों के 26 बच्चों को दी जायेगी राहत सामग्री पैकेट
- अनाथ बच्चों की मदद के लिए केयर इंडिया ने शुरू की विशेष पहल
छपरा: कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों की परवरिश से लेकर पढ़ाई की चिंता राज्य सरकार कर रही है। इसको लेकर सरकार के द्वारा कई योजनाओं का लाभ भी दिया जा रहा है। इसी कड़ी में समाज कल्याण विभाग के द्वारा केयर इंडिया के सहयोग से वैसे बच्चे जो कोरोना काल में अपने माता-पिता या दोनों में से किसी एक को खो चुके है, उन्हें राहत सामग्री पैकेट उपलब्ध करायी जायेगी।
सारण समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा हरी झंडी दिखाकर राहत सामग्री वितरण वाहन को रवाना किया गया। इस मौके पर डीएम ने कहा कि कोविड महामारी में कई बच्चों के माता-पिता दोनों या किसी एक की मृत्यु हो चुकी है, उन बच्चों पर जिला प्रशासन और राज्य सरकार की विशेष नजर है। जो बच्चें अनाथ हो गये उनकी सूची तैयार की गयी है। उस सूची के आधार पर केयर इंडिया की राहत सामग्री पैकेट उपलब्ध करायी जायेगी। जिलाधिकारी ने बताया कि पांच या उससे कम परिवार वाले सदस्यों को एक तथा पांच से अधिक सदस्य वाले परिवार को 2 राहत सामग्री की किट दी जायेगी।
आईसीडीएस के माध्यम से होगा वितरण
जिलाधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि यह राहत सामग्री पैकेट केयर इंडिया के द्वारा उपलब्ध करायी जा रही है। आईसीडीएस के कर्मियों के साथ समन्वय स्थापित कर अनाथ बच्चों के घर तक इसे पहुंचाया जायेगा। इसकी सूची तैयार कर ली गयी है। उन्होने बताया कि 13 प्रखंडों के 26 अनाथ बच्चों को लाभान्वित किया जायेगा। जिसमें सोनपुर, इसुआपुर, बनियापुर, दिघवारा, रिविलगंज, मांझी, छपरा सदर, गड़खा, एकमा, पानापुर, अमनौर, मशरक, परसा प्रखंड के बच्चे शामिल हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना काल में अनाथ बच्चों के लिए जो भी कल्याणकारी योजनाएं हैं उसे शत-प्रतिशत पहुंचाने का प्रयास किया जायेगा। इस मौके पर डीएम राजेश मीणा, आईसीडीएस डीपीओ उपेंद्र ठाकुर, केयर इंडिया के डीटीएल संजय कुमार विश्वास, सदर सीडीपीओ कुमारी उर्वशी, केयर डीपीओ आदित्य कुमार, सीफार के कार्यक्रम समन्वयक गनपत आर्यन, बीएम अमितेश कुमार समेत अन्य मौजूद थे।
राहत पैकेट में ये समान हैं उपलब्ध
केयर इंडिया के डीटीएल संजय कुमार विश्वास ने बताया कि इस राहत पैकेट में चावल, अट्टा, मसूर दाल, चना, चूड़ा, सत्तु, सूजी, तेल, चीनी, मसाला, साबुन, सर्फ, चॉकलेट, बिस्किट शामिल हैं। आंगनबाड़ी सेविका सहायिका से समन्वय बनाकर घर-घर जाकर राहत सामग्री उपलब्ध करायी जायेगी।