पटना: गया में दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहे बिहार पुलिस के सीनियर DSP कमलाकांत प्रसाद के खिलाफ पटना के गांधी मैदान थाना में FIR दर्ज हुई है। इस बार उनके ऊपर HDFC बैंक के कर्मचारी के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा करने का गंभीर आरोप लगा है। यह आरोप किसी और ने नहीं, बल्कि उनकी पत्नी आनंद तनुजा ने लगाया है।
गांधी मैदान थाने में उन्होंने लिखित तौर पर आवेदन दिया है। जिसके बाद पुलिस ने भी 420 और 120B सहित IPC की अन्य धाराओं के तहत FIR दर्ज की है। गांधी मैदान के थानेदार रंजीत वत्स ने केस दर्ज किए जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच शुरु कर दी गई है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
फरार DSP की पत्नी आनंद तनुजा ने बताया कि उनके पति ने उनके नाम का गलत इस्तेमाल किया। उनका फर्जी सिग्नेचर कर हाउसिंग लोन के नाम पर बैंक से 10 लाख रुपए निकाल लिए। अब बैंक वाले उन्हें परेशान कर रहे हैं। घर को नीलाम करने की धमकी दे रहे हैं।
पटना के ही गोला रोड में आनंद तनुजा के नाम से बना घर है। यहां वो अपने 2 बच्चों के साथ रहती हैं। उन्होंने बताया कि घर बनाने के लिए 2017 में गांधी मैदान स्थित HDFC बैंक के हाउसिंग फाइनेंस से 35 लाख का लोन लिया गया था। मायके से भी पिता ने मदद की थी। उस वक्त लिया गया लोन मेरे नाम पर था।
आनंद तनुजा के अनुसार 2019 में मां की तबीयत खराब थी। उनका इलाज मुंबई के टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में चल रहा था। उस दरम्यान 2 महीने लगातार मुंबई में ही रही। इनका दावा है कि उसी दौरान उनके पति बैंक गए। उनके नाम का फर्जी एफिडेविट करवाया। फिर बैंक स्टाफ की मिलीभगत से 10 लाख रुपए हाउसिंग लोन के नाम पर ले लिया। मेरे नाम के घर को बैंक के पास मॉर्गेज कर दिया। बात का पता चला तो हम बैंक गए। वहां अधिकारियों से मिले। किसी ने न तो कोई पेपर दिया और न ही सही से बात की। बस संपत्ति नीलाम करने की धमकी दे रहे हैं। इस कारण अब कानूनी कार्रवाई करनी पड़ी।
सीनियर डीएसपी कमलाकांत प्रसाद को होम डिपार्टमेंट ने सस्पेंड कर रखा है। इनके ऊपर अब तक 4 FIR दर्ज हो चुके हैं। इसमें 2 FIR पत्नी ने ही दर्ज करा रखा है। इसमें 498 का पहला FIR पटना के रूपसपुर थाना में दर्ज है। अब फर्जीवाड़े का दूसरा FIR गांधी मैदान थाना में पत्नी ने ही कराया है। इसके अलावा गया में नाबालिग से रेप का मामला है, जिसमें वो फरार चल रहे हैं। इसी केस की वजह से उन्हें सस्पेंड भी किया गया। चौथा केस SC-ST से जुड़ा है, जो गोपालगंज में दर्ज है।