- 85 बेड ऑक्सीजन प्लांट से हैं कनेक्टेड बाकी पर भी काम जारी
- कोरोना मरीजों के इलाज के लिए महाराजगंज में बना है एक सेंटर
परवेज अख्तर/सिवान: वैश्विक महामारी कोविड- 19 संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सर्तक है। दूसरी लहर के दौरान आयी परेशानियों से सबक लेते हुए तीसरी को लेकर व्यवस्थाओं में काफी बढ़ोत्तरी की गयी है। हालांकि जिले की स्थिति अभी कंट्रोल में है। गंभीर परिस्थितियों में भी संकट से निपटने को लेकर जिले में दो ऑक्सीजन प्लांट, प्रखंड स्तर पर भी इलाज की व्यवस्था के साथ ही महाराजगंज अनुमंडल में एक डेडिकेटेड सेंटर बनाया गया है। महाराजगंज में बने डेडिकेटेड सेंटर में मरीजों के लिए सौ बेड लगाए गए हैं। उनमें से करीब 85 बेडों को ऑक्सीजन प्लांट से कनेक्शन दिया जा चुका है। बाकी पर भी काम चल रहा है। वर्तमान समय में इस सेंटर पर 20 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के अलावा करीब 125 ऑक्सीजन सिलिंडर भी उलब्ध है।
ऑक्सीजन प्लांट को नहीं मिल सके हैं टेक्नीशियन
दूसरी लहर के दौरान देश में सबसे अधिक परेशानी ऑक्सीजन सिलिंडर को लेकर हुई थी। इससे निपटने को लेकर जिले में दो ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है। इसका ट्रायल भी हो चुका है। बावजूद इसके टेक्नीशियन नहीं आने के कारण इसे वर्तमान समय में संचालित नहीं किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ बताया गया कि प्रखंड स्तर पर भी ऐसे रोगियों के इलाज को लेकर व्यवस्था किया गया है। प्रत्येक पीएचसी पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के अलावा ऑक्सीजन सिलिंडर उलब्ध कराया गया है।
डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति नहीं
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महाराजगंज अनुमंडल स्थित डेडिकेटेड सेंटर में एक मरीज भर्ती है। जिसका इलाज किया जा रहा है। बावजूद इसके इस सेंटर में अभी अलग से डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति नहीं की गयी है। हालांकि बताया गया कि डॉक्टरों की लिस्ट तैयार कर ली गयी है। मरीजों की संख्या दो से अधिक होने पर उन्हें इलाज के लिए भेज दिया जाएगा।
क्या कहते हैं सीएस
सिविल सर्जन यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया कि कोविड-19 के तीसरे चरण को लेकर विभाग सचेत है। इससे निपटने को लेकर पहले की अपेक्षा और बेहतर तैयारियां की गयी हैं।