गर्भवती, धातृ माताएं एवं दिव्यांगों को करेंगी जागरूक
छपरा: जिले में कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए 18 वर्ष एवं इससे अधिक उम्र वाले एक भी व्यक्ति कोविड-19 वैक्सीन से वंचित नहीं रहें, इसको लेकर सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर है। इसे सुनिश्चित करने को लेकर नित्य नये-नये निर्णय भी लिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में एक भी गर्भवती, धातृ माताएं एवं दिव्यांग व्यक्ति कोविड वैक्सीनेशन से वंचित नहीं रहें, इसके लिए ऐसे लाभार्थियों तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जारी की गगर्भवती एवं धातृ
महिलाओं और दिव्यांगों के लिए भी सुरक्षित है कोविड वैक्सीन
सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि गर्भवती ,धातृ महिलाओं और दिव्यांगों के लिए भी कोविड वैक्सीन ना सिर्फ सुरक्षित है बल्कि, जरूरी और प्रभावी भी है। इसलिए, मैं जिले के तमाम ऐसे लाभार्थियों से अपील करता हूँ कि जो भी ऐसे लाभार्थी किसी भी कारणवश अबतक वैक्सीन नहीं ले पाएं हैं, वह पूरी तरह निर्भीक होकर बेहिचक वैक्सीनेशन कराएं और इस घातक महामारी के खिलाफ सुरक्षित समाज निर्माण में सहयोग के लिए आगे आएं। वैक्सीन लेने से किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी। बल्कि, आपके साथ-साथ गर्भस्थ शिशु भी इस घातक महामारी के प्रभाव से सुरक्षित होगा। उन्होंने बताया इसे सुनिश्चित करने को लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
आशा कार्यकर्ता घर-घर लेकर जाएगी मुख्यमंत्री की चिट्ठी
मुख्यमंत्री द्वारा प्रेषित अपील चिट्ठी को गर्भवती ,धातृ महिलाओं एवं दिव्यांगों तक पहुँचाने का निर्देश प्राप्त हुआ है। जिसे संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं द्वारा पहुँचाई जाएगी। इसे सुनिश्चित करने को लेकर सारी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। हर हाल में निर्धारित तिथि तक इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। इस दौरान आशा कार्यकर्ता खुद भी ऐसे लाभार्थियों को वैक्सीन के प्रति प्रेरित करेंगी।ई अपील वाली चिट्ठी पहुँचाने का निर्णय लिया गया है। इसे सुनिश्चित करने को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर राज्य के सभी जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश दिए हैं तथा अपने स्तर से भी जरूरी पहल कर इसे सुनिश्चित करने को कहा है। ताकि जल्द से जल्द शत-प्रतिशत ऐसे लाभार्थियों का भी वैक्सीनेशन सुनिश्चित हो सके और सामुदायिक स्तर पर लोग इस घातक महामारी से खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें। इस कार्य की जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ताओं को दी जाएगी।