धान और गेहूं की खरीद पर की एमएसपी लागू करने की मांग
परवेज अख्तर/सिवान: कृषि के नए तीन कानूनों के वापस होने व एमएसपी लागू करने को लेकर सरकार द्वारा दिए गए आश्वासन पर रघुनाथपुर प्रखंड के किसान नेताओं ने खुशी जाहिर की है। इसे किसान संगठनों ने अपनी जीत बतायी। किसानों ने रघुनाथपुर बाजार में विजय जुलूस निकाला। किसानों ने कहा कि आंदोलन का ही नतीजा है कि किसान 1 साल बाद ही सही, सरकार को आंदोलन वापस लेना पड़ा। विजय जुलूस में शामिल जय किसान आंदोलन और अखिल भारतीय किसान आंदोलन समिति के सदस्यों ने खाद की किल्लत और कालाबाजारी को लेकर प्रदर्शन किया। कहा कि किसानों को इसके कारण अनेक तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा है। प्रखंड कार्यालय परिसर में आयोजित सभा में किसान नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार पर किसानों के साथ अनदेखी करने की आरोप लगाया। कहा कि धान की खरीद में भी तरह-तरह के नियम लागकर किसानों को परेशान किया जा रहा है। किसानों से जुट के बोरे में धान लेने के आदेश को सरासर गलत बताया। किसान नेताओं ने इसे वापस लेने या फिर जुट की बोरी उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
एमएसपी की गारंटी से सुधरेगी माली हालत
रघुनाथपुर बाजार में प्रदर्शन के दौरान किसानों ने केन्द्र सरकार द्वारा किसान के हित में कृषि कानून वापस लेने पर खुशी जाहिर की गई। संगठन की पुरानी मांग को दोहराते हुए कहा कि देश के हर कोने के किसानों एमएसपी पर बनने वाली कमिटी में शामिल करने की मांग की। कहा कि एमएसपी की गारंटी से ही किसानों की माली हालत में सुधार होगा। रघुनाथपुर प्रखंड में खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों की समस्याओं को दूर करने और आंदोलन के दौरान मरे किसानों के परिजनों को मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की गई। प्रदर्शन में रत्नेश्वर सिंह, मृत्युंजय दुबे, रामशरण सिंह, मनन बिन, विश्राम यादव, रमण कुमार तिवारी, सुरेन्द्र बिन, मुन्ना चौधरी, राकेश कुशवाहा, संदीप कुशवाहा, श्यामनारायण पटेल, प्रीतम चौहान व विजय कुमार थे।