छपरा: एक साधारण से परिवार की बेटी होकर माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई नापने का हौसला रखने वाली सारण की बेटी सविता महतो अपने स्थानीय सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल से मिली और माउंट एवरेस्ट फतह करने की अपनी योजना एवं संबंधित विभाग द्वारा चयनित किए जाने का पत्र दिखाते हुए इस यात्रा में लगने वाले संसाधन एवं यात्रा व्यय को सरकारी स्तर से मुहैया कराने को आग्रह किया। भारत के 29 राज्यों एवं 4 पड़ोसी देशों में 33500 किलोमीटर की साईकिल यात्रा:
जिले के पानापुर प्रखंड के पानापुर गांव निवासी सविता भारत के 29 राज्यों एवं 4 पड़ोसी देशों में 33500 किलोमीटर की साईकिल यात्रा करके विश्व कीर्तिमान हासिल करने के बाद माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने के लिए चयनित हो चुकी है। रविवार को सांसद सिग्रीवाल के जनता दरबार में मिलकर अपने लक्ष्य से सांसद को अवगत कराते हुए सबिता ने बताया कि विगत कई वर्षों से माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई के लिए चयनित हो रही है लेकिन परिवारिक पृष्ठभूमि आर्थिक रूप से सुदृढ़ नही होने के कारण उनकी यह यात्रा अभी तक पूरी नहीं हो पाई है जब के अभी तक पूरे बिहार से किसी नागरिक ने इस लक्ष्य को हासिल नहीं किया है। भारत के छोटे बड़े 14 पर्वत श्रृंखला ऊपर अधिकतम 7120 मीटर तक भारत का झंडा गाड़ चुकी सारण की बेटी के प्रस्ताव को सांसद ने बड़े ध्यान से सुना और उनकी इस यात्रा में लगने वाले संसाधन एवं या द्रव्य की व्यवस्था कराने के लिए संबंधित मंत्रालय से पत्राचार करने की बात कही।
सांसद ने कहा कि इस तरह की प्रतिभा हमारे क्षेत्र में है तो यह हमारे लिए गर्व की बात है और बिहार की कोई बेटी माउंट एवरेस्ट पर जाकर भारत के झंडा गाड़ेगी तो यह हमारे क्षेत्र के साथ-साथ पूरे बिहार और पूरे देश के लिए गर्व की बात होगी, उन्होंने कहा कि मैं निजी तौर पर इस मामले में सभी संबंधित निकायों से पहल करूंगा और प्रयास करूंगा कि 2022 में ही बिहार की बेटी की यात्रा सफल हो सके।