पटना: 22 दिसंबर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी 13वीं यात्रा पर निकल रहे हैं। इस यात्रा को ‘समाज सुधार यात्रा’ का नाम दिया गया है। 22 दिसंबर को चंपारण से शुरू होने वाले ‘समाज सुधार यात्रा’ का समापन 15 जनवरी को उनके गृह क्षेत्र नालंदा में होगा। सीएम नीतीश की इस यात्रा के जवाब में अब आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी नए साल में “बेरोजगारी हटाओ यात्रा” पर निकलेंगे और यात्रा के बाद पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में एक विशाल रैली भी करेंगे। इस रैली का नाम”बेरोजगारी हटाओ रैली” दिया गया है।
मीडिया से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने यह जानकारी दी कि खरमास के बाद वे भी पूरे बिहार का दौरा करेंगे। नए साल में वे बेरोजगारी हटाओ यात्रा पर निकलेंगे। यात्रा के बाद पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान विशाल रैली का भी आयोजन किया जाएगा। बेरोजगारी हटाओ रैली में भारी संख्या में लोगों का जुटान होगा। तेजस्वी ने बताया कि यात्रा और रैली के दौरान सरकार को जमीनी हकीकत बताने की कोशिश होगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंस कसते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र और राज्य में एनडीए की सरकार है। दोनों जगह डबल इंजन की सरकार है इसके बावजूद विशेष राज्य का दर्जा अब तक बिहार को नहीं मिला है। आखिर इसका क्या कारण है? बिहार में व्याप्त बेरोजगारी को लेकर तेजस्वी पूरे बिहार में घूमेंगे और रैली करेंगे। बिहार की असली तस्वीर वे सरकार के समक्ष रखेंगे। लोगों की व्याप्त समस्याओं से रू-ब-रू कराएंगे।
तेजस्वी ने कहा कि पर्सनल काम को निपटा लिया गया है. अब पार्टी के काम को आगे बढ़ाना है. बिहार की समस्या को लेकर सरकार को आगाह करना है. प्रदेश में शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य का बुरा हाल है. जिसको लेकर आरजेडी सड़क पर संघर्ष करेगा।
खरमाश बाद हर जिले में बेरोजगारी हटाओ यात्रा की जाएगी. जिसमें हमलोग सरकार की सच्ची तस्वीर को जनता के सामने बताने का काम करेंगे. जिलों की यात्रा की समाप्ति बाद पटना के गांधी मैदान में एक बेरोजगारी रैली की जाएगी. जिसकी तैयारी को रणनीति बनायी जा रही है. मकर संक्रांति के बाद इन सारे कार्यक्रम को पूरा किया जाएगा।