पटना: आर्थिक अपराध इकाई ने मंगलवार को पटना के तत्कालीन भ्रष्ट मोटरयान निरीक्षक मृत्युंजय सिंह के तीन ठिकानों पर छापेमारी की है। छापेमारी में अकूत संपत्ति का पता चला है। आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने पटना रांची और पैतृक गांव में रेड किया। इसके अलावा आर्थिक अपराध इकाई ने विक्रम के तत्कालीन अंचल अधिकारी वकील प्रसाद के ठिकानों पर भी आज छापेमारी की है।
आर्थिक अपराध इकाई ने बताया है कि मोटरयान निरीक्षक मृत्युंजय कुमार सिंह 2012 में नियुक्त हुए थे। अपने पद का भ्रष्ट दुरुपयोग करते हुए इनके द्वारा पत्नी नीलम कुमारी तथा अपने 2 साला श्रीकांत कुमार एवं पंकज कुमार के नाम पर पटना एवं रांची में महंगे आवासीय मकान तथा फ्लैट के रूप में अचल परिसंपत्ति अर्जित की है। इनके पुत्र विदेश में मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहे हैं। इनके द्वारा अपराधिक षड्यंत्र रच कर भ्रष्ट तरीके से अर्जित काली कमाई को स्वयं तथा अपनी पत्नी एवं सालों विभिन्न बैंक खातों में चेन ट्रांसफर करते हुए अचल संपत्ति का छद्म हस्तांतरण किया है। साथ ही शेल कंपनी बनाकर उनके नाम से संपत्ति बनाते हुए धन शोधन कर काले धन को सफेद बनाने का प्रयास किया है।
मृत्युंजय सिंह पटना गया में मोटरयान निरीक्षक के रूप में पदस्थापित रहे। इस दौरान इन पर कई गंभीर आरोप भी लगे हैं । मृत्युंजय सिंह की पत्नी के नाम से रांची के हेहल रातू रोड में करीब 30 लाख रूपए में लव कुश अपार्टमेंट के कुश ब्लाक में एक आवासीय फ्लैट, आरके सदन फार्मेसी कॉलोनी गोला रोड पटना में ₹4900000 में 1 आवासीय फ्लैट तथा पाटलिपुत्र कॉलोनी पटना में फर्जी सेल कंपनी के नाम से दो करोड़ 25 लाख रुपए में भूखंड जिस पर आवासीय मकान बना हुआ है अर्जित किया है। इनकी कुल चल-अचल संपत्ति करीब तीन करोड़ 11 लाख 888 हजार आंकी गई है. इनका कुल आय करीब 71 लाख ₹60000 पाई गई . इन्होंने ज्ञात स्रोतों से लगभग 3 करोड़ 80 लाख ₹28000 की अचल संपत्ति अर्जित की है. जो इनके ज्ञात आय के स्रोत से 531 परसेंट अधिक है।
EOU ने बताया कि पटना के गोला रोड स्थित फ्लैट में ताला बंद था। जिसके बाद पुलिस एवं मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में ताला खुलवा कर तलाशी ली गई । इस फ्लैट का मूल्य करीब ढाई करोड़ रुपए आंकी जा रही है । यहां पर क्या मिला है इसकी जानकारी अलग से मिलेगी। रांची स्थित इनके साले श्रीकांत कुमार की आवास से तलाशी के क्रम में मृत्युंजय कुमार सिंह की पत्नी के नाम से बनाए गए पार्टनरशिप फर्म के नाम पर लगभग 3900000 रुपए का फिक्स डिपाजिट पाया गया है। इसके साथ ही दोनों सालों के नाम पर अभी तक 1करोड़ रुपए का बैंक में जमा पाया गया है । जिसे फ्रीज करने की कार्रवाई की गई। साले के आवास पर फॉर्च्यूनर पाया गया एक अन्य गाड़ी भी मिला है जो साले के नाम से है।
वहीं विक्रम के तत्कालीन अंचल अधिकारी वकील प्रसाद के ठिकानों पर छापेमारी में भी काफी अधिक संपत्ति का पता चला है। पटना के गोला रोड सूर्य चंद्र विहार अपार्टमेंट में एक फ्लैट, रांची के नामकुम सरला बिरला स्कूल के पास स्वयं एवं पत्नी के नाम से 10 डिसमिल जमीन जिसका मूल्य करीब ₹900000 इस पर निर्मित मकान जिसकी अनुमानित कीमत ₹2500000 है। इन्होंने करीब 63 लाख 14 हजार रुपए आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है।