पटना: बिहार में नए साल में कई सरकारी महकमों की जवाबदेही नए अधिकारियों के पास होगी। आधा दर्जन से अधिक अधिकारी रिटायर करने वाले हैं और दो-तीन के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने का मामला तय माना जा रहा। नए साल का आरंभ नए मुख्य सचिव के आने से होगा। दो बार के अवधि विस्तार के बाद मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण इस वर्ष 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे। चर्चा यह है कि विकास आयुक्त आमिर सुबहानी को नया मुख्य सचिव बनाया जा सकता है। ऐसा होने पर विकास आयुक्त के पद पर भी किसी नए अधिकारी को तैनात किया जा सकता है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चल रहे डीएस गंगवार का नाम भी मुख्य सचिव पद के लिए चर्चा में है। वह स्वास्थ्य मंत्रालय में वित्तीय सलाहकार के रूप में हैं। गंगवार जून 2023 में रिटायर करेंगे।
पिछली बार की तरह इस बार भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर स्वास्थ्य मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे राजेश भूषण का नाम भी अगले मुख्य सचिव के रूप में लिया जा रहा। वह जुलाई 2023 में रिटायर करने वाले हैं। नए साल के दूसरे महीने यानी 28 फरवरी को समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद रिटायर हो रहे हैं। इसी तरह 31 मार्च को सामान्य प्रशासन विभाग में मुख्य जांच आयुक्त के रूप में तैनात सुधीर कुमार रिटायर हो रहे हैं।
इसी महीने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चल रहे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के महासचिव बी प्रधान भी रिटायर होने वाले हैं। अगले वर्ष जनवरी में बिहार लोक सेवा आयोग के सचिव केशव रंजन प्रसाद भी अवकाश प्राप्त करेंगे। जनवरी में ही पंचायती राज विभाग में विशेष सचिव के रूप में पदस्थापित हरेंद्रनाथ दूबे भी रिटायर करेंगे। वित्त विभाग में विशेष सचिव के रूप में पदस्थापित गोरखनाथ दिसंबर 2022 में रिटायर कर रहे। सामान्य प्रशासन विभाग के संयुक्त सचिव जयशंकर और ग्रामीण विकास विभाग में तैनात संजय कुमार सिंह भी अगले वर्ष रिटायर करेंगे।
सचिवालय के गलियारे कई आला अधिकारियों के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की चर्चा है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार के बारे में यह कहा जा रहा कि दोनों की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति को लेकर सहमति बन गयी है। इसी वर्ष पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं।