परवेज अख्तर/सिवान: जिले में अब बच्चे वायरल फीवर की चपेट में आने लगे हैं। हर दिन इसकी संख्या बढ़ रही है। बच्चों को सर्दी-खांसी, बुखार से लेकर निमोनिया हो रहा है। ऐसे बच्चों की संख्या अस्पताल में बढ़ गई है। वहीं दूसरी ओर निजी क्लीनिकों में वायरल से पीडि़त बच्चे पहुंच रहे हैं, लगातार बच्चों के पीडि़त होने से इनके माता-पिता की नींद उड़ गई है। सदर अस्पताल बात करें तो औसतन 90 से 100 बच्चे हर दिन इलाज के लिए पहुंंच रहें है, इसमें से 40 फीसद बच्चों वायरल फीवर का लक्षण मिल रहा है।
शिशु रोग विशेषज्ञ का कहना है कि मौसम में आए बदलाव के कारण बच्चो में वायरल बुखार की संभावना बढ़ गई है। इसकी वजह बच्चो के खान-पान भी हो सकता है। शहर में लगभग आधा दर्जन क्लीनिक में शिशु रोग विशेषज्ञ बच्चों का इलाज करते है, यहां भी वायरल फीवर से संबधित बीमार बच्चे पहुंच रहें है। बच्चों के वायर बुखार में कोरोना जैसे लक्षण दिख रहे हैं, लेकिन एक भी बच्चों के अभिभावकों ने कोरोना टेस्ट नहीं कराया है। इस कारण इसकी पुष्टि नहीं हो रही है। बच्चों को दी जाने वाली कुछ दवाइयां का डोज कोरोना वाला ही है।