- बारिश की वजह से अचानक से बढ़ी ठंड, बच्चे-बूढ़े परेशान
- आलू, सरसों और दलहनी फसल को हो सकता है नुकसान
- 09 एमएम तक हुई है बारिश पिछले 16 घंटे के अंदर जिले में
परवेज अख्तर/सिवान: मंगलवार की शाम में मौसम के करवट लेते ही जिले में ठंड ने दस्तक दे ही है। पिछले 24 घंटे अंदर हुई बूंदाबांदी के बीच अधिकतम तापमान में 4 से 5 डिग्री तक गिरावट दर्ज की गयी है। ठंड के इस मौसम के मंगलवार की शाम पौने 6 बजे से बारिश रूक-रूक कर हो रही बारिश से अचानक से बढ़ी ठंड ने लोगों को मुश्किल में डाल दिया है। ठंड का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बूढ़ों पर देखने को मिल रहा है। बुधवार को भी दोपहर तक बूंदाबांदी जारी रही। इधर, इस बेमौसम बारिश की वजह से किसान भी आफत में पड़ गए हैं। गेहूं की फसल को छोड़ सभी दहलनी और तेलहनी सरसों, मटर, चना, मसूर व आलू की फसल को काफी नुकसान होने की बात कही जा रही है। किसानों का कहना है कि चंवरी इलाके में धान की फसल अभी खेत में ही लगे हुई है। बहुतेरे जगह पलहारी और धान के बोझे खेत-खलिहान में ही पड़े हुए हैं। किसानों का कहना है कि इस बारिश ने उनका सारा खेल बिगाड़कर रख दिया है। बारिश की वजह से परेशान किसान मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि गुरूवार से मौसम साफ हो। लेकिन, गुरूवार से जिले में शीतलहर के चलने की भी संभावना जतायी जा रही है। कृषि विभाग से प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार जिले में पिछले मंगलवार की शाम पौने 6 बजे से गुरूवार की सुबह 9 बजे के बीच औसतन 9 एमएम तक बारिश हुई है। इधर, ठंड और बारिश का असर प्याज के बिचड़े व अरहर की फसल पर भी पड़ा है। पशुओं और पशुपालकों के लिए भी ठंड और बारिश परेशानी की सबब बन गयी है।
मौसम सर्द होने से जन-जीवन हुआ अस्त-व्यस्त
पिछले दो दिनों से आसमान में बादल छाये रहने और बीच-बीच में बारिश होते रहने से आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। मनुष्य ही नहीं जीव-जंतुओं को भी मौसम की मार का सामना करना पड़ रहा है। धूप नहीं निकलने से गीले कपड़े भी नहीं सुख पा रहे हैं। इसके कारण भी लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। होना पड़ रहा है। गांवों में ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। हालांकि, बहुत मुश्किल से लोग अलाव के लिए लकड़ी आदि की व्यवस्था कर पा रहे हैं। लेकिन, बाजार में सब्जी मंडी हो या दुकान सभी ठिठुरने को मजबूर हैं। ठंड बढ़ने से गर्म कपड़ों और हॉट बॉक्स की बिक्री बढ़ गयी है। सरकारी और गैर कार्यालयों और बैंकों में बुधवार को लोगों की भीड़ काफी कम देखी गयी।