मंगलवार के अंक में सिवान ऑनलाइन न्यूज़ द्वारा चलाई गई थी खबर जो सत्य निकली
परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
मशरक प्रखंड प्रमुख की कुर्सी के लिए राजनीति गरमा गई है। पर इस बार विपक्ष धाराशाई होने से प्रखंड प्रमुख का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न होने का अंदाजा लगाया जा रहा है। वही प्रखंड प्रमुख के पद पर वही सुशोभित होगा जिसको बनियापुर राजद विधायक का आशीर्वाद प्राप्त होगा। इस बार मशरक प्रखंड में विपक्ष की भूमिका नगण्य रहने के कारण पंचायत समिति सदस्यों को धन देने (कैश का प्रलोभन), मन लुभाने (दूसरे प्रदेशों की टूर) और तन छीनने (अपहरण) का खेल बंद हैं। वही दूसरे प्रखंडों में पंचायत समिति सदस्यों को नेपाल, बंगाल और झारखंड की टूर करायी जा रही है। मशरक प्रखंड प्रमुख पद जेनरल है। जबकि सदस्यों की संख्या 22 है। जिसमें 7 पुराने पंचायत समिति सदस्य और 15 नये पंचायत समिति सदस्य चुनाव में जीत दर्ज किए।
वही प्रखंड प्रमुख बनने के लिए 12 का बहुमत जरुरी है। वही पंचायत समिति सदस्यों में एक को छोड़ अधिकांश राजद विधायक के तरफ हैं। आगामी 29 दिसंबर को मढ़ौरा एसडीओ के नेतृत्व में शपथ ग्रहण एवं प्रमुख व उप प्रमुख का चुनाव होना है । ऐसे में चर्चा है कि राजद विधायक के पसंदीदा निवर्तमान प्रमुख जितेन्द्र राय के बुरी तरह से चुनाव हारने के बाद राजद विधायक का आशीर्वाद किसे प्राप्त होता है यह आदेश पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के आदेश से होगा। इस बार प्रखंड प्रमुख पद पर कर्ण कुदरिया, चांद बरवा, हरपुरजान, सोनौली और मदारपुर के बीडीसी के दावेदारी ने चुनाव को दिलचस्प बना दिया है ।कुछ सप्ताह पहले ही चारों खेमा द्वारा साथ पड़ोसी राज्य झारखंड में महाराजगंज पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह से मिल आशीर्वाद लिया।वही पंचायत समिति स्वजनों के सदस्यों एवं नजदीकी मित्र बंधु से संपर्क कर सभी नाथ परिवारों का आशीर्वाद प्राप्त करने में लगे है पर यह तों साफ हैं कि जिसको बनियापुर राजद विधायक का आशीर्वाद मिलेगा वही बनेगा मशरक प्रखंड प्रमुख।