पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाज सुधार अभियान पर निकले हुए हैं और आज मुजफ्फरपुर में वह जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान उनके संबोधन के बीच में शोर-शराबा शुरू हो गया शोर मचाने वाले लोगों की तरफ मीडिया ने ध्यान देना शुरू किया तो नीतीश मीडिया पर ही भड़क गए।
नीतीश कुमार ने मीडिया वालों को दो टूक कह दिया कि अगर इधर-उधर करना है तो कार्यक्रम से बाहर निकल जाइए. जब मीडिया वालों का कैमरा मंच से दूसरी तरफ घूमने लगा तो नीतीश कुमार भड़क गये. उन्होंने कहा कि ये मीडिया वाले किधर जा रहे हैं. उन्होंने सीधे पूछ लिया कि क्या आप लोगों को समाज सुधार अभियान से नफरत है, अगर नफरत है तो चले जाइये यहां से।
दरअसल, नीतीश कुमार शराबबंदी के बारे में बता रहे थे तभी वहां कुछ हंगामा हो गया और मीडिया का ध्यान हंगामे की तरफ चला गया. उन्होंने हंगामा करने वालों से कहा कि यहां जो कार्यक्रम चल रहा है उस पर ध्यान दीजिये, आप लोग पुरुष हैं, महिलाएं क्या कह रही हैं उनको सुनिए. महिलाओं में जागृति आ रही है. आप भी जागृत हो जाइये. को बात हम कह रहे हैं उस पर ध्यान दीजिये. कोई समस्या है तो आ कर हमसे मिलिए. लेकिन अभी जो कह रहे हैं वह सुनिए ध्यान से. यह महिला पुरुष दोनों के लिए काम हो रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि अगर हम केवल विकास की बाते करेंगे तो उससे समाज आगे नहीं बढ़ेगा। 2005 में हमने शपथ लिया था तब से काम कर रहे हैं। बीच में 9 महीने के लिए छोड़ना पड़ा था। लेकिन फिर हमको आकर काम करना ही पड़ा। समाज के सुधार के लिए काम नहीं होगा तो विकास का कोई मतलब नहीं रहेगा। हमने समाज के पिछड़े तबको के उत्थान के लिए विशेष ध्यान दिया। मुजफ्फरपुर से हमें विशेष लगाव है। कितनी बार हम यहां आये हैं. 2005 में सरकार बनने से पहले हमने जो अभियान चलाया था जिसके बाद सरकार बनी थी। यहां के लोग हमें किस तरह से स्वागत किया था? हम भूलेंगे नहीं।
बिहार पहला राज्य बना जहां पंचायत में महिलाओं के लिए पचास फीसदी आरक्षण दिया। हमें केंद्र में भी काम करने का मौका मिला। बिहार में स्वयं सहायता समूह गठित नहीं था। अन्य जगहों पर था। हमने विश्व बैंक से कर्ज लेकर जीविका समूह की शुरूआत की। इसके बाद महिलाओं में कितनी जागृति आई है। एक करोड़ 27 लाख महिलाएं जीविका समूह से जुड़ी हैं। महिलाओं-लड़कियों के लिए जो कुछ भी किया जा सकता था हमने किया।
सीएम नीतीश ने कहा कि बीच-बीच में गड़बड़ करने वाला आदमी होता ही है ? सबलोग सही रास्ते चल ही नहीं सकते। इसलिए निरंतर अभियान चलाने की जरूरत है। बीच-बीच में कुछ घटनायएं घटित हुई इससे सबक लेकर आगे का काम करना पड़ा है। नौ जगहों पर शराबबंदी पर बैठक की। फिर भी कहीं-कहीं गड़बड़ करने वालों ने गड़बड़ किया। हमें निरंतर अभियान चलाना है। हम सबलोगों से यही कहेंगे कि
सीएम नीतीश ने कहा कि 16 नवंबर को हमने शराबबंदी पर बैठक की। इसके बाद शराब पीने-कारोबार करने के आरोप में 13 हजार लोगों की गिरफ्तारी की गई है। हम लोगों ने जो अभियान शुरू किया उससे पहले 70-80 कॉल आते थे अब करीब 200 कॉल शराब को लेकर आ रहे हैं।