- खेत में लगीं फसल को पहुंचा रही नुकसान
- गांव से सटे खेतों को भी बना रही हैं निशाना
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के नौतन प्रखंड क्षेत्र में नीलगायों के उत्पात से किसान परेशान हो गए हैं। नीलगायों द्वारा किसानों की खेतों में लगीं फसलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। पहले नीलगायों की संख्या कम थी व वे गांव से दूर झाड़ियों और जंगलों में रहती थीं। गांव से दूरी वाले खेतों में लगी फसलों जैसे गन्ना, अरहर, गेहूं, मक्का आदि को ही नुकसान पहुंचाती थी। जबकि गांव से लगे खेतों में किसान आलू, मटर, सरसो, सब्जी आदि की खेती करते थे व वे फसल नीलगायों से सुरक्षित बच जाती थीं। इधर लोगों द्वारा बहुत से झाड़ियों को काट खेती करने लायक बनाकर खेती होने लगी है। झाड़-झुरमुट वाले क्षेत्र कम रह गए है।
जंगलों की कटाई भी हो गई है व नीलगायों की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई है। इन सभी कारणों से नीलगायों ने गांवों की ओर रुख कर लिया है। अब नीलगाएं गांव के आस-पास लगे गन्ने के खेतों में व झाड़ियों में रहने लगी हैं। ऐसे में दिन-दोपहर में भी नीलगाएं सरसो, मटर, गेहूं, सब्जी सहित कई फसलों को नुकसान पहुंचा रही हैं। किसान फिरोज अंसारी, चन्द्रिका सिंह, गिरिजेश मिश्रा, विश्वनाथ मिश्र, पवन सिंह कुशवाहा का कहना है कि पहले नीलगायों को पटाखा या टीन बजाकर भगा दिया जाता था। अब वे भी इतनी ढीठ हो गई हैं कि पटाखे या टीन की आवाज सुनकर भी नहीं भाग रही हैं। जिससे काफी परेशानी हो रही है।