- दोनों महिलाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही ट्रासंफर भी कर दिया गया है
- अदला बदली के दौरान एसएनसीयू में डॉक्टर नहीं
- निलंबित दोनों महिला कर्मियों में बसंती व आराधना
- 02 दिनों का समय दिया गया डाक्टर को जवाब के लिए
परवेज अख्तर/सिवान: सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू से नवजात की हुई अदला बदली मामले में सख्त कार्रवाई की गई है। ड्यूटी पर तैनात दो महिलाकर्मियों को निलंबित करते हुए डॉक्टर को शोकॉज किया गया है। डॉक्टर के संतोषजनक जबाव नहीं देने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है। अस्पताल के विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नवजात की हेराफेरी की घटना के दौरान एसएनसीयू में डॉक्टर मौजूद नहीं थे। इस तरह नवजात की तबीयत अचानक खराब होने की स्थिति में ड्यूटी पर तैनात अन्य कर्मियों ने डॉक्टर को इसकी सूचना नहीं दी। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार निलंबित महिला कर्मियों में बसंती व आराधना है। खबर यह भी मिली है दोनों महिलाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही दोनों का ट्रासंफर भी कर दिया गया है। जबकि डॉक्टर उमेश कुमार से शोकॉज करते हुए जबाव के लिए दो दिनों का समय दिया गया है। साथ ही घटना के दिन का वेतन भी अवरूद्ध कर दिया गया है।
जांच के लिए बनायी गयी है तीन सदस्यीय कमेटी
बताया जाता है कि नवजात हेराफेरी मामले में जांच को लेकर आनन-फानन में तीन सदस्यीय एक कमेटी का गठन किया गया था। इनमें से एक सदस्य के करोना पॉजिटिव होने की वजह से जांच में देरी होने की संभावना बढ़ गयी। घटना की गंभीरता को देखते हुए ड्यूटी पर तैनात कर्मियों पर लापरवाही बरतने को लेकर तत्काल कार्रवाई की गयी है। एसएनसीयू से जुड़े डॉक्टर इस्त्राइल ने भी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की पुष्टि की।
आधी रात को सदर अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे सीएस
गुरुवार की रात करीब एक बजे सीएस यदुवंश कुमार शर्मा ने सदर अस्पताल के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया। महिला वार्ड, एसएनसीयू वार्ड, इमरजेंसी वार्ड की भी गहनता से जांच की। साथ ही कर्मियों की उपस्थिति भी देखी। मिली जानकारी के अनुसार ड्यूटी पर सभी कर्मी मौजूद मिले। निरीक्षण के दौरान कर्मियों को आवश्यक निर्देशों का पालन करने व ड्यूटी के दौरान ठीक ढंग से कर्तव्य निवर्हन की बात भी कही।