- मलमलिया-महम्मदपुर एनएच-331 को दो घंटे जाम कर किया प्रदर्शन
- अधिकारियों के मुआवजे के आश्वासन के बाद शांत हुए आक्रोशित
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के जी.बी. नगर थाना क्षेत्र में सड़क हादसे में मृत इंटर के परीक्षार्थी ओमप्रकाश कुशवाहा के बेटे मनु कुमार का शव पोस्टमॉर्टम के बाद बसंतपुर के सूर्यपुरा गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया. आक्रोशित परिजन व ग्रामीण शव को मलमलिया-महम्मदपुर एनएच-331 पर सूर्यपुरा लाल कोठी के नजदीक सड़क पर रख आवागमन ठप कर दिया. इससे सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई. सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष मुकेश कुमार व सीओ सुनील कुमार के अलावा पूर्व विधायक सत्यदेव प्रसाद सिंह व अन्य जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे व आक्रोशितों से बात की. तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराने व आपदा के तहत मिलने वाली राशि जल्द उपलब्ध कराने के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए व शव को घर ले गए. लगभग दो घंटे के बाद मार्ग पर आवागमन बहाल हुआ. अपने साथी के साथ इंटर की परीक्षा देकर लौटने के दौरान मनु के बाइक की टक्कर एक दूसरे बाइक से जीबी नगर थाना क्षेत्र में बुधवार की शाम हो गई थी. घटना में जहां मनु कुमार की मौत हो गई थी, वहीं गांव के रजनीश तिवारी समेत तीन लोग घायल हो गए थे. रामसागर साह, ददन राय, श्रीनिवास प्रसाद, मनोज सिंह, कृष्णा तिवारी, सुनील सिंह समेत अन्य लोगों ने परिजनों को दिलासा दी.
शव पहुंचते ही मचा कोहराम
गुरुवार की सुबह 6 बजे सूर्यपुरा गांव में पोस्टमॉर्टम के बाद मनु का शव घर पहुंचने के बाद पिता के अलावा मां निर्मला देवी व अन्य परिजन मनु के शव से लिपट विलाप शुरू कर दिए. यह दृश्य देख आसपास के जुटे लोगों की भी आंखें नम हो गई.
परिजन चाहते थे कि मनु ऊंचे ओहदे पर जाए
मनु के पिता मजदूरी का काम करते हैं. जबकि उनके बेटे विनय, चंदन व रौशन काम में हाथ बंटाते हैं. सबसे छोटा मनु घर का दुलारा होने के साथ ही पढ़ाई में भी तेज था. ऐसे में पिता व भाइयों का सपना था कि वह अच्छी पढ़ाई कर ऊंचे ओहदे तक जाए. लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था. बाइक चालक की एक गलती ने मनु के परिजनों को ता उम्र का गम देने के साथ ही उनके अरमानों का भी गला घोंट दिया.