- फायर ब्रिगेड को सूचना दी गयी लेकिन, दमकल की गाड़ी करीब 1 घंटे बाद मौके पर पहुंची, तबतक सब कुछ राख हो गया था
- टोले के बच्चे-बूढ़े व महिलाओं में चीख-पुकार मच गयी
- पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को हैं विवश
- 08 लाख से ज्यादा की संपत्ति का हुआ है नुकसान
- 10 बजे अचानक से आग की लपेटें निकलने लगीं
परवेज अख्तर/सिवान: बड़ुआ पंचायत के वैश्य के बारी गांव में गुरूवार की रात अगलगी की भीषण घटना में 8 गरीब परिवार के लोगों की झोपड़ियां पूरी तरह से राख हो गयी। अगलगी की इस घटना में दो मवेशी भी बुरी तरह से झुलस गए। कपड़ा, अनाज, गहने, रुपए व मवेशियों के लिए रखा गया चारा इस घटना में पूरी तरह से राख हो गए। 8 लाख से अधिक की संपति के नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है। गुरूवार की रात करीब 10 बजे 8 परिवारों वाले टोले में अचानक से आग की लपेटें निकलने लगीं। धूं-धूं कर जल रहीं झोपड़ियों को लेकर टोले के बच्चे-बूढ़े और महिलाओं में चीख-पुकार मच गयी। इनकी चीख-पुकार को सुनकर पास के टोले से बर्त्तनों में पानी लिए पहुंचे लोग आग बुझाने लगे। पहले से इस टोले के लोग आग बुझाने में जुटे हुए ही थे। झोपड़ियों में रखी गई रसोई गैस सिलेंडरों में जब आग पकड़ी तो इस पर काबू पाना कहां संभव था। इसी बीच आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को सूचना दी गयी। लेकिन, दमकल की गाड़ी करीब 1 घंटे बाद मौके पर पहुंची, तब तक सब कुछ राख हो गया था।
प्रमुख और मुखिया ने राहत सामग्री बांटी
वैश्य के बारी के अग्निपीड़ितों के बीच प्रखंड प्रमुख मनोज कुमार सिंह, बड़ुआ की मुखिया बबीता देवी और पूर्व मुखिया आशकरण सिंह ने राहत सामग्री का वितरण किया। प्रमुख ने पीड़ितों को एक-एक कंबल और एक-एक हजार रुपये दिया तो मुखिया ने खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई। सुबह में सभी परिवारों के लिए भोजन की व्यवस्था की गयी थी। हालांकि, खबर लिखे जाने तक प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को किसी भी प्रकार की सहायता उपलब्ध नहीं करायी गयी थी। जानकारी के अनुसार इस घटना में शिवनाथ बिन, भृगुनाथ बिन, श्रवण बिन, कुणाल बिन, सवलिया बिन, शंकर बिन व अंकुर बिन की झोपड़ियां राख हुईं हैं।