पटना: चारा घोटाला के सबसे बड़े मामले में 15 फरवरी को फैसला आना है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद एवं 10 महिलाओं सहित 99 आरोपित मुकदमे का सामना कर रहे हैं। मुकदमे का सामना कर रहे आपूर्तिकर्ता मोहम्मद सईद एवं उसकी पत्नी सैरून निशा ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए फैसले के दिन अदालत में व्यक्तिगत पेशी से छूट से संबंधित आवेदन दिया है। उनकी ओर से कई बीमारियों का हवाला दिया। जबकि सैरूनिशा की ओर से कहा गया है कि हाल ही में एक बड़ा ऑपरेशन हुआ है। हालांकि अदालत ने अब तक इस पर कोई आदेश पारित नहीं किया है। बता दें कि 29 जनवरी को बचाव पक्ष की ओर से बहस पूरी होने के बाद सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत ने मामले में फैसले के लिए 15 फरवरी की तिथि निर्धारित की है। फैसले की दिन सभी आरोपितों को अदालत में व्यक्तिगत रूप से मौजूद रहने का निर्देश है।
चारा घोटाला मामले की सुनवाई कर रही सीबीआइ कोर्ट में जमा दस्तावेजों के अनुसार, अभियुक्तों की सूची में जो महिलाएं शामिल हैं वह सभी किसी न किसी आपूर्ति कंपनी से संबंध रखती हैं। इनमें कई महिलाएं जहां आपूर्ति कंपनियों की पार्टनर हैं, तो कई महिलाएं प्रोपराइटर भी हैं। यह महिला अभियुक्त रांची, पटना, दिल्ली की रहने वाली हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि इन महिलाओं के नाम पर कंपनियां खोलकर चलाई जाती थीं। चारा घोटाला उजागर होने के बाद जब सीबीआइ ने कार्रवाई शुरू की तो इन कंपनियों की संचालिका होने के कारण यह महिलांए अभियुक्त बन गई। संभव है इनमें से कई महिलाएं खुद भी कंपनी संचालित कर रही होंगी। अब देखना दिलचस्प होगा कि इन महिलाओं के बारे में अदालत क्या फैसला सुनाती है।
मालूम हो कि चारा घोटला के डोरंडा कोषागार मामले में कुल 99 लोग अभियुक्त हैं। इन सभी को अदालत ने 15 फरवरी को कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया है। कोर्ट सभी के खिलाफ फैसला सुनाने वाली है। देखना यह दिलचस्प होगा कि इन सभी आरोपितों में कितने दोषी पाए जाते हैं। कितने निर्दोष साबित होते हैं। कितने लोगों को कितने दिनों की सजा होती है। अभियुक्तों की सूची में झारखंड के रांची, सरायकेला खरसावां, जमशेदपुर के भी कई अभियुक्त शामिल हैं।