परवेज अख्तर/सिवान: जिले के बड़हरिया प्रखंड के मुसेहरी गांव मे दिल्ली में ट्रेन की चपेट मे आकर मृत युवक का शव जैसे ही गांव पहुंचा, परिजनों की चीख-चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया. विदित हो कि प्रखंड के मुसेहरी गांव के नूर आलम अहमद के 23 वर्षीय पुत्र निजामुद्दीन अहमद की गुरुवार रात में दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई. युवक के आइकार्ड व मोबाइल नंबर से युवक की पहचान कर घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने परिजनों को सूचना दी. घटना के संबंध में मृतक के चाचा मो सेराजुल अहमद ने बताया कि निजामुदीन अहमद सऊदी अरब जाने के लिए लिए इन्दिरा गांधी हवाई अड्डे के लिए सोमवार को घर से निकला था.
दिल्ली मे उनको गुरुवार रात में दिल्ली से सऊदी अरब की फ्लाइट होनी थी. लेकिन शुक्रवार की सुबह करीब चार बजे दुर्घटना की सूचना परिजनों को फोन पर मिली. परिजनों ने यह साफ नहीं किया कि आखिर क्यों वह रात की फ्लाईट को छोड़कर जंक्शन पर आया था. घटना की सूचना के बाद पंजाब में काम कर रहे मृतक के पिता नूर आलम अहमद व गांव के जुनैद अहमद सहित कुछ रिश्तेदार भी दिल्ली के आनंद विहार जंक्शन पर पहुंचकर कागजी प्रक्रिया को पूर्ण कर रविवार को करीब 10 बजे शव लेकर घर पहुंचे .शव पहुंचते ही परिजनों की रुदन -क्रंदन से गांव में कोहराम मच गया. मृतक की मां व बहनों की चीत्कार से सबकी आंखें नम हो गयीं.
नेजामुद्दीन को गांव के ही कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया.विदित हो कि निजामुद्दीन अहमद अपने पिता के कार्यों में सहयोग करता था. नेजामुद्दीन अहमद की शादी होने वाली थी. उसकी तीन बहनें हैं. जिनमें बड़ी बहन सुल्ताना खातून की शादी हो चुकी है. जबकि दूसरी बहन गुफाराना खातून व तीसरी बहन फरजाना खातून की शादी की बड़ी जिम्मेदारी का निर्वाहन करने के लिए वह घर छोड़कर दूसरे विदेश जाने वाला था.लेकिन उसके नसीब में कुछ लिखा था.बहनों की डोली तो वह नहीं उठा सका,खुद की अर्थी उठ गयी.