पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मंगलवार को बिहार बचाओ मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं पर हुए पुलिस लाठीचार्ज को लेकर बिहार सरकार पर हमला किया। चिराग ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि पुलिस द्वारा चाहे जितनी गोलियां चलवायी जाए पर सरकार यह जान ले कि ये आगाज था। सरकार ने जितनी पुलिस को इस मार्च को रोकने में लगाया गया था, वहीं पुलिस प्रशासन को बिहार में बढ़ते अपराध, जहरीली शराब से हो रही मौत और अपराध की रोकथाम में लगाते तो आज प्रदेश का दृश्य कुछ और होता।
चिराग ने कहा कि मैं शेर का बच्चा हूं लाठी-गोली से नहीं डरता हूं। सरकार की हर गोली और लाठी मैं और मेरे कार्यकर्ता अपने सीने पर खाने को तैयार हैं। चिराग ने बताया कि बिहार बचाओ मार्च का नेतृत्व खुद मैंने किया था लेकिन जो एफआइआर दर्ज किया गया है उसमें मेरे नाम का कोई जिक्र नहीं है। मेरे प्रधान महासचिव, प्रदेश अध्यक्ष के साथ साथ सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ मामले दर्ज किया गया है। क्या सरकार मुझ पर एफआइआर करने से डर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में किसी भी समय मध्यवर्ती चुनाव संभव है।
उन्होंने कहा कि सड़क पर उनकी मां की गाड़ी रोक दी गई। पिछले 44 साल में पहली बार ऐसा हुआ है। उन्हें बेटे से मिलने से रोका गया। बिहार के हर सुख-दुख की घड़ी में वे मजबूती से खड़ी हैं। लेकिन उनपर आरोप लगाए जाते हैं। निजी आक्षेप भी किए जाते हैं। लेकिन 44 साल बाद भी विपक्षी दल के लोग उन्हें अपनाने को तैयार नहीं हैं। कभी वे मीडिया के सामने नहीं आईं। चिराग ने कहा कि वे क्रांतिकारी की पत्नी रही हैं। वे गोली-लाठी से डरने वाली नहीं हैं।